त्वरित फैसलों और दूरदर्शिता के दम पर कामयाब राजीव चंद्र जोशी
भारत की नवरत्न कंपनियों में एक ओएनजीसी का दारोमदार प्रशासनिक अधिकारी राजीव चंद्र जोशी के जिम्मे हैं। वे फिलहाल ओएनजीसी में मुख्य सतर्कता अधिकारी हैं। शालीन, साफ सुथरी छवि और नीतिगत सोच की वजह से राजीव चंद्र जोशी का काम करने का तरीका स्पष्ट हैं।दरअसल ओएनजीसी, भारतीय घरेलू उत्पादन के प्रति करीब 71 फीसदी का योगदान करने वाली भारत में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की सबसे बड़ी कंपनी हैं । ऐसे में राजीव चंद्र जोशी के ऊपर जिम्मेदारी अधिक हैं।
राजीव चंद्र जोशी का जन्म 25 सितंबर 1970 को उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। वे प्रशासनिक सेवा में 1994 बैच में चुने गये। ट्रेनिंग के बाद वे मेघालय में एसडीओ बनाए गए । इसके बाद एडिशनल डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट वेस्ट हिल्स बनाए गए।भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जीव चंद्र इंडस्ट्री एड कॉमर्स डिपार्टमेंट में उप सचिव के पद पर रहे । इस दौरान उन्होंने इंडस्ट्री के विकास के लिए दूरदर्शी कदम उठाए। इसे देखते हुए उन्हें इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट में संयक्तु सचिव की जिम्मेदारी दी गई ।
असम मेघालय कैडर के राजीव चंद्र जोशी को इंटर कैडर डेप्यूटेशन के तहत पहली बार 2001- 2002 में जिलाधिकारी उत्तराखंड बनाए गए । इस दौरान उन्होंने प्रशासन में कई सुधार किए। इसके बाद नवंबर 2002 में उन्हें उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर नियक्तु किया गया। राज्य में ट्रांसपोर्ट सेवा को दुरुस्त किया और एक नई ऊचांइयों पर पहुंचाया। 1994 बैच के आईएएस राजीव चंद्र जोशी को एक बार असम मेघालय कैडर में भेजा गया । इस बार वे असम में डायरेक्टर कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज बनाए गए। अपनी प्रशासनिक कौशल की वजह से प्रशासनिक सेवा में नाम हासिल कर चुके राजीव कुमार को असम के फाइनेंस डिपार्टमेंट सचिव के पद की जिम्मेदारी मिली।
वे असम में कई अहम पदों पर रहे । उन्होंने फाइनेंस डिपार्टमेंट असम एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज कमिश्नर बनाया गया। इस पद पर वे चार साल रहे । इसके बाद राजीव चंद्र जोशी की प्रतिनियुक्ति केंद्र में हुई । वे पर्सनल , पब्लिक ग्रिवान्सेस एंड पेंशन डिपार्टमेंट में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर रहे । अक्टूबर 2018 में आईएएस अधिकारी राजीव चंद्र जोशी को ओएनजीसी में चीफविजिलेंस ऑफिसर के पद पर नियक्तु किया गया।
27 साल की प्रशासनिक अनुभव का फायदा ओएनजीसी को हुआ। तेल और गैस के अन्वेषण एवं उत्पादन तथा संबंधित तेल फील्ड सवाओं में कंपनी ने एक अनठूी विशिष्टता हासिल की हैं। वे अपने काम के बदौलत ओएनजीसी को नई मुकाम पर ले जाने को कटिबद्ध हैं।