विश्व के तीस सबसे प्रभावशाली स्टार्टअप चलाने वालों में शुमार हैं चैतन्य

विश्व के तीस सबसे प्रभावशाली स्टार्टअप चलाने वालों में शुमार हैं चैतन्य

विश्व के तीस सबसे प्रभावशाली स्टार्टअप चलाने वालों में शुमार हैं चैतन्य

वैसे तो भारतीय मूल के उद्यमियों को अमेरिका में दूसरी सबसे अमीर कम्युनिटी का दर्जा हासिल है, लेकिन युवा स्टार्ट अप उद्यमी चैतन्य हिरेमथ की बात ही कुछ खास है. हाल ही में वे उस समय सुर्खियों में आये जब उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में स्टार्ट अप बिजनेस के लिये आयोजित 'शार्कटैंक शोकेस' में पहला स्थान हासिल किया और प्रतिष्ठित ड्रेपर समर पिच 2018 में बाजी मारकर धूम मचा दी. उन्होंने अपने स्टार्टअप बिजनेस स्कांटा को खड़ा किया है जिसके माध्यम से वे वर्चुअल रियलिटी और आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ऐसे वर्चुअल अवतार बनाने और संवाद को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं. उऩकी कामयाबी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिष्ठित फोर्ब्स पत्रिका ने तीस साल से कम उम्र में सर्वश्रेष्ठ 30 स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों में उऩ्हें भी शुमार किया है. इसके अलावा एंटरप्रोन्योर पत्रिका द्वारा तकनीक के क्षेत्र के उन्हें शीर्ष 25 लोगों के रूप में चुना गया है. चैतन्य ने दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज से बी-कॉम ऑनर्स स्नातक करने के बाद प्राग कॉलेज से अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन में मास्टर्स डिग्री हासिल की. इनके अलावा उन्होंने ड्रॉपर यूनिवर्सिटी, सैन फ्रांसिस्को बे एरिया के हीरो एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम में भी शामिल हुए. प्राग में शोध के दौरान उन्होंने गेम इंजन और एनिमेशन पर काम करना शुरू किया. नतीजतन, उन्होंने हाइपर-रियलिस्ट 3 डी एनिमेशन बनाने के उद्देश्य से एक एनीमेशन कंपनी शुरू की.  यह सफल नहीं हुई और इसमें उन्हें अपनी सारी पूंजी गंवानी पड़ी. आर्थिक रूप से कामयाबी न मिलने के बाद इसे बंद भी करना पड़ा. चैतन्य ने स्कांटा की शुरुआत तब की थी जब उनकी स्थिति बहुत कमजोर थी. उन्होंने 120 से अधिक निवेशकों को अपना आइडिया बताया लेकिन किसी के साथ बात नहीं बन सकी. शार्कटैंक शोकेस में उनके इस आइडिया को खूब वाहवाही मिली. इससे पहले उनकी आर्थिक स्थिति इस कदर कमजोर हो चुकी थी की शार्कटैंक में शामिल होने के लिए भी उन्हें अपने दोस्तों और परिवार वालों से 2000 डॉलर का कर्ज लेना पड़ा. दोस्तों के बीच चाड के नाम से मशहूर चैतन्य शार्कटैंक में जीतने वाले पहले भारतीय भी हैं. इस जीत के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज अमेरिका और जर्मनी  में निवेशक नियमित रूप से उनके आइडिया में निवेश कर रहे हैं. दरअसल उनका विचार आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ऐसे अवतार बनाना है जिनसे लोग बेहतर तरीके से संवाद कर सकें. स्कांटा इन अवतारों का प्रयोग थर्ड पार्टी एप्प और विज्ञापन के लिये करके मुनाफा भी कमायेगी.

यूथ आइकॉन " युवा" 2019 के इस सर्वे में फेम इंडिया मैगजीन – एशिया पोस्ट ने नॉमिनेशन में आये 300 नामों को विभिन्न मानदंडों पर कसा , जिसमें सर्वे में सामाजिक स्थिति, प्रतिष्ठा, देश की आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्था पर प्रभाव, छवि, उद्देश्य और प्रयास जैसे दस मानदंडों को आधार बना कर किये गये स्टेकहोल्ड सर्वे में चैतन्य हिरेमथ प्रमुख स्थान पर हैं |