कार्य कौशल तथा मजबूत राजनीतिक रणनीति के पितामह हैं श्री धर्मेन्द्र प्रधान

हमारे देश की छात्र राजनीति ने बहुत से ऐसे नेता लोग देश को दिए हैं। जिन्होंने जमीनी स्तर से समस्याओं को सुलझाने में महत्वपुर्ण योगदान दिया है। वर्तमान की भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय सरकार के एक ऐसे ही नेता हैं श्री धर्मेन्द्र प्रधान। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री मंडल विस्तार के बाद धर्मेन्द्र प्रधान को केंद्रीय शिक्षा मंत्री और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का कार्य दिया गया है। धर्मेन्द्र प्रधान ने देश में सबसे लंबे समय तक पेट्रोलियम तथा गैस मंत्रालय में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। इसी कारण इन्हें "उज्जवला मैन" के नाम से भी जाना जाता है।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के पद पर रहते हुए धर्मेन्द्र प्रधान ने शिक्षित युवाओं तथा रोजगार योग्य कार्यबल के बीच की खाई को पाटने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। 26 जून 1969 को जन्में धर्मेन्द्र प्रधान का जन्म ओड़िशा के तालचेर स्थान पर हुआ है। धर्मेन्द्र प्रधान के पिता देवेंद्र प्रधान बीजेपी के पूर्व सांसद रहें हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में धर्मेन्द्र प्रधान ने अपने राजनीतिक कैरियर को प्रारंभ किया था। 1985 में धर्मेन्द्र प्रधान को तालचर कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष चुना गया। छात्र राजनीति में धर्मेन्द्र प्रधान ने ओडिशा के छात्र आन्दोलनों में सक्रीय रूप से भाग लिया। इसके उपरांत धर्मेन्द्र प्रधान 2004 से 2006 तक AVBP में कार्यरत रहे तथा बाद में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया।
धर्मेन्द्र प्रधान ने 2004 में राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया तथा अपने पिता की सीट देवगढ़ से धर्मेन्द्र प्रधान ने चुनाव लड़ा तथा विजय हासिल की।
धर्मेन्द्र प्रधान का राष्ट्रीय राजनीति में कार्यकाल ज्यादा नहीं है लेकिन फिर भी वे कैबिनेट में अपना स्थान बनाने में सफल रहे। अपने राजनीतिक कार्यकाल के दौरान धर्मेन्द्र प्रधान ने पार्टी के विभिन्न पदों पर सफलता पूर्वक कार्य किया है। धर्मेन्द्र प्रधान 2012 में राज्य सभा के लिए चुने गए थे तब वह दूर संचार लाइसेंस तथा स्पेक्ट्रम के आवण्टम ओर मूल्य निर्धारण से सम्बंधित मामलों की जांच करने वाली की समिति, ग्रामीण विकास समिति सहित अन्य कई समितयों के सदस्य रहे। 2004 के बाद धर्मेन्द्र प्रधान ने उत्तराखंड, कर्नाटक, त्रिपुरा, झारखंड तथा ओडिशा के पार्टी प्रभारी का कार्यभार सफलता पूर्वक निभाया। मई 2014 में धर्मेन्द्र प्रधान को पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री बनाया गया। इस मंत्रालय के तहत सेवा करते हुए धर्मेन्द्र प्रधान ने 24 से अधिक देशों का दौरा किया है तथा कई शिखर सम्मेलनों में हिस्सेदार रहें हैं। 2019 के बीजेपी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्री बनाया गया तथा इसके साथ ही इस्पात मंत्री का पदभार भी धर्मेन्द्र प्रधान को दिया गया।