दिल के इलाज से दिल की बाजी जीतने वाले हैं डॉ. दिनेश चंद्रा
दिल के इलाज से दिल की बाजी जीतने वाले हैं डॉ. दिनेश चंद्रा
डॉ. दिनेश चंद्रा हार्ट सर्जरी के क्षेत्र में एक जाना माना नाम बन चुके हैं. प्रतिष्ठित मेदांता अस्पताल से जुड़ने से पहले उन्होंने अखिलभारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से शुरूआती पढ़ाई करने के बाद उन्होंने दिल्ली के डीपीएस आरके पुरम से इंटर किया. इसके बाद उन्होंने मैंग्लोर के केएमसी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और भोपाल के जीएमसी से सर्जरी में मास्टर्स की. दोनों बार उन्होंने गोल्ड मैडल हासिल किया. इसके बाद डॉ. चंद्रा ने पीजीआईएमईआर और प्रतिष्ठित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल से सीटीवीएस की पढ़ाई की. जहां पहली बार में ही उन्होंने मैदान मार लिया. दिल की बीमारियों से संबंधित इलाज और अपने अनुभव और शोध के बारे में डॉ.चंद्रा कई हेल्थ और साइंस जनरलों में दर्जनों लेख भी प्रकाशित कर चुके हैं. उन्हें दर्जनों शोध संस्थान अपने यहां व्याख्यान के लिए भी आंमत्रित करते रहते हैं. बच्चों की हार्ट सर्जरी, हार्ट फेल, वाल्व रीप्लेसमेंट और रिपेयर, एओरटिक सर्जरी के साथ पेरीफेरल वस्कुलर सर्जरी के मामले में उन्हें खास महारथ हासिल है. मेंदांता अस्पताल के अनुसार डॉ. दिनेश अभी तक दिल के मरीजों के एक हजार से अधिक सफल ऑपरेशन कर चुके हैं. उनकी महारथ को देखते हुए उन्हें मेदांता की हार्ट ट्रांस्प्लांस टीम में भी रखा गया है.मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखने वाले डॉ. दिनेश चंद्रा दिल के मरीजों के लिए वहां स्वतंत्र रुप से ओपीडी भी चलाते हैं. इसके अतिरिक्त वह कई स्वंय सेवी संस्थानों के साथ मिलकर भी समाज सेवा का काम करते हैं. इस तरह वह दस से अधिक छोटे बच्चों के दिल की सर्जरी कर उन्हें नया जीवन दे चुके हैं. फिलहाल वह दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले दिल के मरीजों के लिए टेली-मेडीसन के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं.
यूथ आइकॉन " युवा" 2019 के इस सर्वे में फेम इंडिया मैगजीन – एशिया पोस्ट ने नॉमिनेशन में आये 300 नामों को विभिन्न मानदंडों पर कसा , जिसमें सर्वे में सामाजिक स्थिति, प्रतिष्ठा, देश की आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्था पर प्रभाव, छवि, उद्देश्य और प्रयास जैसे दस मानदंडों को आधार बना कर किये गये स्टेकहोल्ड सर्वे में डॉ. दिनेश चंद्रा प्रमुख स्थान पर हैं |