लॉ एंड ऑर्डर और क्राइम कंट्रोल को पहली प्राथमिकता मानती है आईपीएस धुरत सयाली

लॉ एंड ऑर्डर और  क्राइम कंट्रोल को पहली प्राथमिकता  मानती है आईपीएस धुरत सयाली

जरूरतमंदों की मदद और महिला सुरक्षा को बेहतर बनाने के मकसद से पुलिस सेवा में आई  धुरत सयाली सावलाराम । इनका बचपन से समाज के लिए बिल्कुल अलग नजरिया रहा । ये समाज सेवा के लिए पुलिस सेवा को बेहतरीन मानती हैं । हर एसपी की तरह ही इनकी प्राथमिकता भी विधि व्यवस्था और अपराध नियंत्रण है। बिहार के नवादा जिले में बेहतर विधि व्यवस्था के माध्यम से अपराध पर नियंत्रण करने में इनकी योगदान सराहनीय है ।

पढ़ने-लिखने में शुरू से ही इनकी गहरी रुचि रही मूल । ये महाराष्ट्र की रहनेवाली है ।धुरत सयाली के पिता जी भी कला जगत के नामी व्यक्ति हैं । साल 2010 में  तेईस साल की उम्र में इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की । धुरत सयाली सावलाराम को बिहार कैडर मिला । राजधानी पटना की सिटी एसपी ईस्ट के पद पर रही। इस दौरान धुरत सायली  ने कई अहम आपराधिक मामलों का खुलासा कर अपनी अलग पहचान बनाई । इसके बाद इन्हें अररिया जिले का पुलिस कप्तान बनाया दया । अररिया में आई भयक बाढ़ के वक्त अपनी जान जोखिम में डालकर कई लोगों की जान बचाई। धुरत सायली लगातार लोगों के लिए उपलब्ध रहती हैं जिससे लोगों के बेहद चहेती पुलिस अधिकारी हैं ।

2010 बैच की आईपीएस धुरत सयाली नवादा  जिले में साइबर अपराध व शराब तस्करी जैसे संगठित अपराध से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर सख्ती से लागू करके लोगों के मन से डर को गायब कर दिया है । वे हत्या, दुष्कर्म और  चोरी- डकैती की जिले में बढ़ी घटनाओं को नियंत्रित करने में भी सफल रही है । महिला सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने में लगातार जुटी रहती हैं । एसपी ने जाम की समस्या से शहर को निजात दिलाने के लिए समस्या के मूल कारणों की समीक्षा की  औऱ  सिविल प्रशासन के साथ मिलकर इसे दूर करने का काम किया है । जिसमें नवादा में काफी हद तक जाम की समस्या से लोगों को निजात मिला है । 

एसपी धुरत सयाली सावलाराम नवादा  जिले की 42वीं और  पहली पूर्णकालिक महिला एसपी हैं ।  इन्होंने कार्यालय संभालते ही पुलिस पदाधिकारियों से जिले के हालात पर चर्चा की और पुलिस प्रशासन और अपने जूनियर अधिकारियों को अपराध से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया । इससे पहले वह सारण जिले की एसपी थीं। वह अररिया व पटना की सिटी एसपी ईस्ट  के रूप में कार्य कर चुकी हैं।


धुरत सयाली को 25 जनवरी 2020 को 10 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार धुरत सयाली को  2019 के लोकसभा चुनाव में रचनात्मक और बेहतर सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया था। उस वक्त वह अररिया की एसपी थीं। 

फिलहाल नवादा में अपराध ग्राफ को कम करने में एसपी धुरत सयाली ने बेहतरीन काम किया है । हालिया दिनों में मर्डर , लूट की घटना पर काबू पाया है  महिलाओं को सुरक्षा देना, पीड़ितों को त्वरित इंसाफ देना, पेट्रोलिंग व्यवस्था को मजबूत कर अपराधमुक्त माहौल बनाना इनकी प्राथमिकता रही हैं। अपराधियों से सख्ती से निपटना और कानून व्यवस्था को लागू करने के लेकर हमेशा तत्पर रहती हैं । कोरोना काल में भी एसपी धुरत सायली आम लोगों को मदद पहुंचाने और गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने में कोई कोताही नहीं बरती हैं ।

आईपीएस धुरत सयाली स्वभाव से कड़क पुलिस अधिकार, ईमानदार छवि, समय के पाबंद, अनुशासन प्रिय और प्रशासनिक लिहाज से कर्मठ हैं । फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के मापदंडों में  क्राइम कंट्रोल, लॉ एंड आर्डर में सुधार , पीपुल्स फ्रेंडली, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली , अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, सजगता, व्यवहार कुशलता आदि पर किए गए  सर्वे में  बिहार के नवादा जिली की एसपी धुरत सयाली को अव्वल स्थान मिला है ।