साफगोई की एक मिसाल है रुबिका लियाकत
साफगोई की एक मिसाल है रुबिका लियाकत

एबीपी न्यूज की स्टार पत्रकार रुबिका लियाकत हिम्मत और साफगोई की एक ऐसी मिसाल हैं जिनके आगे बड़े-बड़े राजनेता भी बिना तथ्यों के बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। रुबिका लियाकत का जन्म 18 अप्रैल को उदयपुर, राजस्थान में एक उदारवादी मुस्लिम परिवार हुआ था जहां लड़कियों की शिक्षा को खासा महत्त्व दिया जाता है। उन्होंने प्राथमिक स्कूली शिक्षा उदयपुर के सेंट ग्रेगोरीयस सीनियर सेकेंडरी स्कूल से प्राप्त की और पत्रकारिता में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद रुबिका आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिये मुंबई विश्वविद्यालय गयीं। वर्ष 2007 में, रुबिका ने चैनल लाइव इंडिया के साथ एक न्यूज एंकर के रूप में अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की। सितंबर 2008 तक वहां कार्य करने के बाद वे न्यूज 24 में एंकर और वरिष्ठ संवाददाता के रूप में शामिल हुईं। इसके बाद, वे एक एंकर के रूप में ज़ी न्यूज़ से जुड़ गयीं जहां सीनीयर एंकर और संपादक के रूप में भी कार्य किया। ज़ी न्यूज में बतौर एंकर उन्होंने एक बेबाक शो 'ताल ठोंक के' की मेजबानी की जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता और प्रसिद्धि मिला । अगस्त 2018 में रुबिका ने ज़ी न्यूज़ से इस्तीफा दिया और एबीपी न्यूज़ नेटवर्क में शामिल हो गयीं। एबीपी न्यूज में, वे सोमवार से शुक्रवार तक रात 9 बजे प्राइम-टाइम शो 'मास्टर्स स्ट्रोक' की मेजबानी कर रही है। इस शो में वे न सिर्फ राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और शोध आधारित रिपोर्ट्स को प्रसारित करती है बल्कि कई गंभीर और विवादित मुद्दों पर खुल के बहस भी करती हैं। वे सभी धर्मों के रूढ़िवादी और प्रगतिशीलता विरोधी तत्वों के साथ जोरदार बहस कर उन्हें आइना दिखाने के लिए प्रसिद्ध है ।
25 सशक्त महिला 2020 के फेम इंडिया - एशिया पोस्ट सर्वे में रूबिका लियाकत " विलक्षण" कैटगरी में प्रमुख स्थान पर है ।