कुशल प्रशासक तथा आदर्श नेता के जीवंत प्रतीक हैं श्री सर्बानंद सोनोवाल

कुशल प्रशासक तथा आदर्श नेता के जीवंत प्रतीक हैं श्री सर्बानंद सोनोवाल

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में हुए कैबिनेट विस्तार में सर्बानंद सोनोवाल को भी शामिल किया गया है। हालांकि सर्बानंद सोनोवाल के लिए यह पहला अवसर नहीं था, इससे पहले  भी वे केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं। सर्बानंद सोनोवाल का जन्म 31 अक्टूबर 1962 को डिब्रूगढ़ जिले के दिंजन में हुआ था। 
सर्बानंद सोनोवाल की शिक्षा डिब्रूगढ़ में ही हुई है। इन्होने अंग्रेजी में बीए ऑनर्स किया हुआ है। इसके बाद इन्होने गौहाटी यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज से LLB की पढ़ाई पूरी की है। वर्ष 1992 से 1999 तक सर्बानंद सोनोवाल असम के छात्र संगठन ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष भी रहें हैं। 

सर्बानंद सोनोवाल ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत वर्ष 1992 से की। वे नार्थ ईस्ट स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष भी रहे। जब वे भाजपा सदस्य नहीं थे, तब वे असम गण परिषद के सदस्य रहे। वर्ष 2001 में सर्बानंद सोनोवाल को मोरन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप मेम चुना गया। इसके बाद वे 2004 में  डिब्रूगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए। लेकिन 2009 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2011 में सर्बानंद सोनोवाल बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें कार्यकारणी का सदस्य बना दिया गया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के प्रवक्ता का पदभार भी कुशलता से संभाला। वर्ष 2012 तथा 2014 में सर्बानंद सोनोवाल को असम भाजपा का अध्यक्ष भी चुना गया। इसके उपरांत उन्हें वर्ष 2014 के आम चुनावों में असम के लोकसभा चुनावों का प्रतिनिधित्व करने के लिए चूना गया साथ ही उन्हें लखीमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य के रूप में भी चुना गया। इस दौरान उन्हें मोदी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  के रूप में भी नियुक्ति दी गई। 
वर्ष 2016 के असम विधान सभा चुनाव में सर्बानंद सोनोवाल को बीजेपी की और से मुख्यमंत्री पद का उमीदवार बनाया गया। जिसके बाद वे 19 मई 2016 को माजुली निर्वाचन क्षेत्र से विजयी हुए। इसके उपरांत उन्हें असम के 14वे मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। 2021 के असम विधान सभा चुनाव में वे फिर से माजुली असम विधान सभा के लिए चुने गए। असम में बीजेपी की जीत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया और इस पद के लिए हिमंत विस्वा सरमा के नाम का प्रस्ताव दिया। वर्तमान में सर्बानंद सोनोवाल केंद्र की बीजेपी सरकार में बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय तथा आयुष मंत्रालय में मंत्री पद पर कार्य कर रहें हैं।