उत्कृष्ट - कई पुरस्कारों से सम्मानित ब्यूरोक्रट है डॉ अजय कुमार
उत्कृष्ट - कई पुरस्कारों से सम्मानित ब्यूरोक्रट है डॉ अजय कुमार

अगस्त 2019 में नियुक्त भारत के रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार की पहचान एक बेहद जानकार और अनुभवीॉ अधिकारी की है। रक्षा संबंधी नीतियों और मंत्रालय के प्रशासनिक व अन्य सभी पहलुओं पर रक्षा-मंत्री को उचित सलाह देना और सरकार की नीतियों को मंत्रालय से लेकर देश की सीमाओं तक लागू करवाना उनकी अहम जिम्मेदारियों में शामिल है। डॉ अजय कुमार 1985 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1962 को पंजाब के जलंधर में हुआ था। वे आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं। उन्होंने मिनिसोटा यूनिवर्सिटी से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में मास्टर ऑफ साइंस और मिनिसोटा यूनिवर्सिटी में कार्लसन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से बिजनेस ऐडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी भी की है। डॉ.अजय कुमार भारत के 39वें रक्षा सचिव हैं। इससे पहले वे रक्षा उत्पादन सचिव थे। विभिन्न हथियार प्रणालियों के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने और वर्ष 2025 तक विश्व के टॉप 5 हथियार उत्पादक देशों में शामिल होने की दिशा में डिफेंस प्रोडक्शन पॉलिसी तैयार करना उनकी दूरदर्शी सोच का परिचायक है। उनके ही प्रयासों का परिणाम है कि आज कई नये हथियारों और तोपों की डिज़ाइन और डेवलपमेंट का काम भारत में होने लगा है और भारतीय कंपनियां ग्लोबल डिफेंस मार्केट में टक्कर देने की दिशा में अग्रसर हैं। डॉ अजय कुमार ने लगभग 30 वर्षों तक केरल व केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं। जब वे वर्ष 2010 में भारत सरकार के आईटी विभाग में बतौर एडिशनल सेक्रेटरी पहुंचे तब ये टेलीकॉम मंत्रालय का हिस्सा था। उन्होंने सरकार से प्रस्ताव पास करवा कर इसे इलेक्टॉनिक व आईटी मंत्रालय बनवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी। मेक इन इंडिया के दौरान भारत में मोबाइल फोन से लेकर अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण को बढावा देने वाली नीतियों का मसौदा उन्होंने ही तैयार किया था। उन्होंने माय गॉव, प्रगति, जीवन प्रमाण, नैशनल स्कॉलरशिप पोर्टल, सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस जैसे कई महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों को सफल बनाने में अहम रोल अदा किया। डॉ.अजय कुमार ने केरल में उद्योगों व आईटी उपक्रमों के विकास में काफी योगदान दिया है। प्रदेश में गैर परंपरागत ऊर्जा के विकास में भी उनकी अहम भूमिका रही। उनके कम्युनिकेशन एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के कई रिसर्च पेपर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। अपने स्कूल के दिनों में डॉ अजय कुमार भारत के राष्ट्रपति के हाथों स्काउटिंग के सर्वोच्च पुरस्कार सिल्वर एलीफैंट मेडल से सम्मानित हो चुके हैं।