दूरगामी योजना बनाने में माहिर हैं अंशु प्रकाश
दूरगामी योजना बनाने में माहिर हैं अंशु प्रकाश

आज के आधुनिक युग में टेलीफोन और मोबाइल के बढ़ते महत्त्व के मद्देनजर दूरसंचार एक ऐसा मंत्रालय बन गया है जिसे संभालना किसी तेज-तर्रार और बेहद समझदार अधिकारी के ही बस में है। फिलहाल इस वक्त देश में टेलिकॉम सेक्टर सबसे ज्यादा चैलेंजिंग मोड़ पर है और शानदार गवर्नेंस और कार्यकुशल क्षमता के ही कारण मोदी सरकार ने इसकी कमान सेंट स्टीफेंस से पास किये व प्रतिष्ठित फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ से एमबीए किये आईएएस अधिकारी अंशु प्रकाश को सौंपी है. वे इस विभाग में पहले भी अपनी योग्यता साबित कर चुके हैं। 1986 बैच के व्यवहार कुशल आईएएस अधिकारी अंशु प्रकाश न सिर्फ योग्य और कुशल प्रशासक हैं बल्कि एक स्वाभिमानी और अन्याय के खिलाफ डट कर लड़ने वाले इंसान भी हैं।
मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले अंशु प्रकाश अरुणाचल-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शासित (एजीएमयूटी) कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में वे कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं और वहां उनकी बनायी नीतियों को आज भी बतौर मिसाल याद किया जाता है।स्वास्थय सेवाओं में इनके योगदान की देश भर में चर्चा रही है , मेंटल हेल्थ एक्ट सहित कई स्वास्थय संबंधित योजनाओं में इनका बड़ा योगदान रहा है । वे दिल्ली सरकार के दिल्ली ट्रांस्पोर्ट कॉरपोरेशन यानी डीटीसी के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुके हैं। डीटीसी में बड़े बदलाव के लिए भी इन्हें जाना जाता है । उन्होंने ही दिल्ली में लो फ्लोर बसों का संचालन शुरु करवाया , उन्होंने डीटीसी में सुधारों के जो बीज बोये थे उनसे कुछ ही वर्षों में इस संस्थान ने मुनाफे का कारोबार शुरू कर दिया। अंशु प्रकाश वित्त, सूचना व प्रसारण, पर्यटन जैसे कई महत्त्वपूर्ण मंत्रालयों में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। इसके अलावे वे दिल्ली, गोवा व अंडमान-निकोबार द्वीप समूह आदि के प्रशासन में भी तैनात रहकर उत्कृष्ट व यादगार सेवाएं दे चुके हैं।
शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता जैसे मुख्य बिंदुओं पर किये गये फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे 'असरदार ब्यूरोक्रेट्स -2019' में अंशु प्रकाश प्रमुख स्थान पर हैं ।