लोकप्रिय ब्यूराक्रेट रहे हैं अनुराग जैन
लोकप्रिय ब्यूराक्रेट रहे हैं अनुराग जैन
अपनी दूरदर्शिता और कार्यकुशलता से लोहा मनवाने वाले अधिकारी के तौर पर मशहूर अनुराग जैन मध्य प्रदेश सरकार में अपर मुख्य सचिव हैं। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, अनुराग जैन की महत्ता और लोकप्रियता हमेशा बरकरार रही। वे अपने कार्यों के दम पर हर सरकार के लिये पहली पसंद बने रहे।
अनुराग जैन मूल रूप से मध्य प्रदेश के निवासी हैं। वे आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर में बीटेक कर चुके हैं। सेवा में आने के बाद उन्होंने अमेरिका के मैक्सवेल स्कूल ऑफ सिरैक्यूज़ से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में गोल्ड मेडल के साथ मास्टर्स की डिग्री हासिल की। उन्होंने मध्य प्रदेश के मंडला, मंदसौर और भोपाल में कलेक्टर के रूप में कार्य किया। मध्य प्रदेश में वे स्वास्थ्य विभाग में आयुक्त थे और सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव भी थे। अनुराग जैन कार्य के प्रति समर्पित भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते थे। उनके पहले और दूसरे कार्यकाल में लगभग पांच साल तक जैन सीएम के सचिव पद पर रहे। मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 'लाड़ली लक्ष्मी योजना' और राज्य की सबसे अहम 'पब्लिक सर्विस डिलेवरी गारंटी एक्ट' का योजनाकार उन्हें ही माना जाता है। अनुराग जैन जिस विभाग में रहे वहां उन्होंने अपने कार्यों से खुद को साबित किया। वर्ष 2015 में पीएमओ में जवाइंट सेक्रेटरी बनने से पहले वे केंद्रीय वित्त मंत्रालय में इसी पद पर थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी जनधन खाता योजना का कॉन्सेप्ट बनाने से लेकर कार्यरूप देने तक में अनुराग जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक के एमडी और नेशनल हाउसिंग बैंक और नेशनल इंश्योरेंस कंपनी सहित कई संस्थाओं के बोर्ड मेम्बर भी रहे हैं। वर्तमान कमलनाथ सरकार में भी उन्हें अपराइट अफसर माना जाता है। अपने ताजा कार्यकाल के दौरान सरकार की फाइनैंशियल प्लानिंग और कई योजनाओं के क्रियान्वयन में उन्होंने अच्छी भूमिका अदा की थी। उन्होंने निजी उपलब्धियों के कारण और संस्थानों के प्रमुख के तौर पर कई पुरस्कार प्राप्त किया है। ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, भारत सरकार द्वारा वेब रत्न अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस, प्रदेश सरकार द्वारा बेस्ट डिस्ट्रिक्ट रूरल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अलावे उन्होंने एमपीऑनलाइन को नैसकॉम आईटी यूजर अवार्ड भी दिलवाया है।