एयरपोर्ट अथॉरिटी को असरदार बनाया है गुरु प्रसाद महापात्र ने

एयरपोर्ट अथॉरिटी को असरदार बनाया है गुरु प्रसाद महापात्र ने

एयरपोर्ट अथॉरिटी को असरदार बनाया है गुरु प्रसाद महापात्र ने

इस साल जनवरी में डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी का नाम बदल कर डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) कर दिया गया। जाहिर है नाम के साथ-साथ विभाग की जिम्मेदारियों और कार्यशैली में भी बदलाव आया। इस बदली हुई परिस्थिति में सरकार ने तैनात किया है एक योग्य अधिकारी के तौर पर गुरुप्रसाद महापात्र को। उन्हें देश में आंतरिक व्यापार बढ़ाने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है। डीपीआईआईटी आने से पहले महापात्र करीब तीन साल तक एयरपोर्ट ऑथारिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के चेयरमैन थे। वहां उन्हें देश के बड़े एयरपोर्टों के सफलतापूर्वक निजीकरण करने के लिये जाना जाता है। मूल रूप से उड़ीसा के रहने वाले गुरुप्रसाद महापात्र गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने 1986 में नौकरी ज्वाइन की थी। वे राजनीति शास्त्र में एमए और एमफिल हैं। उन्होंने एमबीए की डिग्री भी हासिल की है। उनकी महत्त्वपूर्ण नियुक्तियों में अहमदाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर का पद शामिल रहा है। वे गुजरात इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुके हैं और प्रदेश में सेल्स टैक्स के स्पेशल कमिश्नर भी। इसके अलावे वे प्रदेश सरकार में कमर्शियल टैक्स और ट्रांस्पोर्ट डिपार्टमेंट जैसे महत्त्वपूर्ण विभागों के कमिश्नर के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। वे पॉवर सेक्टर से भी लंबे अरसे तक जुड़े रहे और गुजरात इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को नया रूप देकर कई लाभकारी व आधुनिक कंपनियों में बदलने में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। वे कई पॉवर उत्पादन व डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं। गुरुप्रसाद महापात्र गुजरात की प्रमुख खाद कंपनियों की कमान भी संभाल चुके हैं। बतौर म्युनिसिपल कमिश्नर उन्होंने गुजरात के सबसे प्रमुख व्यवसायिक नगरी सूरत की शक्ल-सूरत ही बदल डाली। वहां सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उनके सुधारों ने सूरत को एक मॉडल बना दिया। ये वो दौर था जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। बताया जाता है कि तब प्रधानमंत्री ने उन्हें हर स्तर पर परखा और आजमाया था। गुजरात में व्यापार और उद्योग को सफलता पूर्वक बढ़ाने में महापात्र की भूमिकाओं को देखते हुए ही जब नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की कमान संभाली तो उन्हें कॉमर्स मंत्रालय में बतौर ज्वाइंट सेक्रेटरी नियुक्त करवाया। इसके दो वर्षों बाद ही उन्हें देश भर के हवाई अड्डों की कायापलट के लिये एयरपोर्ट ऑथारिटी ऑफ इंडिया की कमान सौंपी गयी। इस विभाग के पटरी पर दौड़ने के बाद उन्हें देश में आंतरिक व्यापार की बागडोर सौंपी गयी है। देश में तेजी से उभर रहे स्टार्टअप को बढ़ावा देने और ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ाने में गुरुप्रसाद महापात्र कितने कामयाब होंगे ये अभी देखना है। फिलहाल शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता जैसे मुख्य बिंदुओं पर किये गये फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे 'असरदार ब्यूरोक्रेट्स -2019' में गुरुप्रसाद महापात्र प्रमुख स्थान पर हैं ।