हौसला - बेहद हौसलामंद व्यक्तित्व के धनी हैं प्रत्यय अमृत
हौसला - बेहद हौसलामंद व्यक्तित्व के धनी हैं प्रत्यय अमृत
बिहार के सबसे तेज़-तर्रार, काबिल और टारगेट के मुताबिक काम करने वाले अफसरों की गिनती में 1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत का नाम प्रमुखता से शामिल है। वर्तमान में प्रत्यय अमृत बिहार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव हैं । उन्होंने राज्य सरकार के सात निश्चयों में सबसे प्रमुख हर घर बिजली के वादे को रिकार्ड समय में पुरा कर यह साबित कर दिया की उन्हें अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता वाला दूरदर्शी ब्यूरोक्रेट यूं ही नहीं माना जाता । दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कॉलेज से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट व्यवहार कुशल प्रत्यय अमृत डीयू के टॉपर रहे हैं । बिहार के गोपालगंज ज़िले के रहने वाले प्रत्यय अमृत ने पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद साउथ कैंपस के नामी वेंकेटेशा कॉलेज में लेक्चरर के पद पर ज्वाइन किया । परन्तु जल्दी ही उनका सलेक्शन सिविल सेवा के लिए हो गया । ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग 1993 में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के तौर पर हुई । 1997 में सारण के जिला अधिकारी बनाए गए । 1997 से नवंबर 2000 तक मात्र तीन वर्ष में उन्हें चार बार ट्रांसफर कर दिया गया। इस दौरान वे सारण , जहानाबाद, पटना व कटिहार के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बने , हर जगह उनका कार्य उत्कृष्ट ही रहा। वर्ष 2000 में पहली बार वे राज्य विद्युत बोर्ड के सचिव बनाए गए, परन्तु जल्दी ही वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली चले गए।
2006 में ये अपने कैडर बिहार वापस आए और तब राज्य अपनी सबसे बड़ी समस्या टूटी-फूटी सड़क एवं जर्जर पुलों से जुझ रहा था । तत्कालीन मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने उन्हे सबसे चुनौतीपूर्ण राज्य पथ एंव पुल निर्माण विभाग का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया । उन्होंने जुलाई 2009 तक परिस्थिति बदल दी । वर्ष 2009 में उन्हें पथ निर्माण विभाग का सचिव सह परियोजना निदेशक बनाया गया । जहां वे 2013 तक रहे । प्रत्यय अमृत को साल 2011 में प्रधानमंत्री लोक प्रशासन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया ।जून 2014 में उन्हें बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर और ऊर्जा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाए गए। नवंबर 2018 में बिहार के सभी गांवों के बिजलीकरण का काम उनकी अगुवाई में ही पूरा हुआ।आजकल प्रत्यय वैकल्पिक ऊर्जा पर काम कर रहे हैं ।