अपनी व्यवहार कुशलता से बनाई है खास पहचान राजेश भूषण ने

अपनी व्यवहार कुशलता से बनाई है खास पहचान राजेश भूषण ने

अपनी व्यवहार कुशलता से बनाई है खास पहचान राजेश भूषण ने

कैबिनेट सचिवालय जैसे देश के सबसे महत्त्वपूर्ण विभाग में अतिरिक्त सचिव राजेश भूषण 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वे बिहार कैडर से हैं और कई वर्षों से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इससे पहले वे मनरेगा के ज्वाइंट सेक्रेटरी थे जो केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। उत्तराखंड के मूल निवासी राजेश भूषण ने आधुनिक भारतीय इतिहास विषय से एम ए किया है और 1987 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से जुड़े। उन्होंने संयुक्त बिहार-झारखंड के दौरान प्रदेश में सेवा शुरू की थी और कई जिलों में अत्यंत महत्त्वपूर्ण पदों पर रहे। उन्हें एक मृदुभाषी और लो प्रोफाइल रहने वाले समझदार व कठोर फैसले लेने वाले दृढ़ अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। नीतीश कुमार के शासन में बिहार पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन व एमडी, परिवहन विभाग के सचिव, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव व प्रधान सचिव के अलावा राज्य शिक्षा परियोजना के प्रोजेक्ट डायरेक्टर व प्रोजेक्ट को आर्डिनेटर रह चुके हैं। राजेश भूषण वर्ष 2008 से 2012 तक तकरीबन चार वर्षों के लिये सूचना एवं जनसंपर्क विभाग एवं राज्य शिक्षा परियोजना के पद पर एक साथ रहे। खास बात ये रही कि दोनों ही विभागों में इन्होंने अपने जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। इस दौरान इनके नेतृत्व में सूचना भवन पटना में ऑडियो-विजुअल लाइब्रेरी की स्थापना हुई. आम लोगों को जागृत करने के लिए विभिन्न विषयों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिये प्रचारात्मक लघु फिल्मों का निर्माण किया गया. भोजपुरी फिल्म महोत्सव का आयोजन व जरूरतमंद पत्रकारों के बीच पत्रकार कल्याण कोष से सहायता राशि का विधिवत वितरण कराना महत्वपूर्ण उपलब्धि रही। राज्य शिक्षा परियोजना में रहते हुए इन्होंने प्रारंभिक शिक्षा में गुणवता बढ़ाने के लिये समझे-सीखें कार्यक्रम का क्रियान्वयन को अमलीजामा पहनाया। मध्याह्न भोजन योजना के सफल क्रियान्वयन, बेहतर प्रबंधन, मूल्यांकन और अनुश्रवण के लिये निबंधित समिति का गठन किया गया। राजेश भूषण को देश के कैबिनेट सचिवालय में कई महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं जिनमें देश के लोक प्रशासन और सभी मंत्रालयों का लेखा-जोखा तैयार करने के अति विशिष्ट कार्य भी शामिल हैं। देखना है अपने नये रोल में वे कितना सफल रहते हैं। शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता जैसे मुख्य बिंदुओं पर किये गये फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे 'असरदार ब्यूरोक्रेट्स -2019' में राजेश भूषण प्रमुख स्थान पर हैं ।