चुनौतीपूर्ण परिस्थिति को संभालने में माहिर हैं जम्मू-कश्मीर के संजीव वर्मा

चुनौतीपूर्ण परिस्थिति को संभालने में माहिर हैं जम्मू-कश्मीर के संजीव वर्मा

चुनौतीपूर्ण परिस्थिति को संभालने में माहिर हैं जम्मू-कश्मीर के संजीव वर्मा

जम्मू और कश्मीर कैडर से 2001 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव वर्मा काफ़ी खुश मिजाज एवं अपने काम में सजग और सख्त माने जाते है।  सोशल अवेयरनेस से जुड़े कार्यक्रमों में हमेशा सक्रिय योगदान देने वाले संजीव वर्मा ब्लड डोनेशन से लेकर अन्य सोशल वेलफेयर के लिए भी सदैव तत्पर रहते हैं। वे प्रशासनिक व्यस्तताओं  के बावजूद सामाजिक जागृति और चेतना फैलाने के लिए समय निकालते हैं , जो एक ब्यूरोक्रट को असरदार बनाता है ।  सार्वजनिक मंचो पर जनसेवा की भावना के लिए लोगों को प्रेरित करने का इनका प्रयास   इन्हे एक अलग छवि देता है । जम्मू-कश्मीर के मूल निवासी संजीव ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई करने के बाद टाप रेंकिंग से मार्केटिंग में मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन किया । डोगरी , हिंदी , अंग्रेजी भाषा के जानकार संजीव वर्मा ने 2001 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और उन्हें उनका गृह कैडर ही मिला । वर्तमान में जम्मू डिवीजन के कमिश्नर के तौर पर जुलाई 2018 में संजीव वर्मा की नियुक्ति हुई । जानकार इसे सरकार का इनकी योग्यता और कुशलता पर विश्वास के तौर पर ले रहे हैं । वे बेहतर नेतृत्व और शानदार गवर्नेंस वाले आईएएस अधिकारी के तौर पर राज्य में जाने जाते हैं । इनकी पहली पोस्टिंग रियासी के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के तौर पर हुई थी, वहां वे दो वर्षों तक रहे । इस दौरान इन्होने बेहतर कार्यशैली से प्रशासन पर लोगों का भरोसा जमाया। 2006 में इन्हे स्टेट रोड कारपोरेशन का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया । इसके बाद इनकी पोस्टिंग डिप्टी कमिश्नर के पद पर जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों रियासी, कठुआ , जम्मू आदि पर हुई । लेह में डिप्टी कमिश्नर के तौर पर इनकी पोस्टिंग हिल काउंसिंल में चुनाव के वक्त और 2010 में बाढ़ के बाद पुनर्वास कार्यक्रम को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए हूई । इसके अलावा उन्होंने कमिश्नर और सेक्रेटरी के रूप में राज्य के कई विभागों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिनमें पीडब्ल्यूडी , पीएचई ,  सोशल वेलफेयर और हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट प्रमुख है  । हर पोस्टिंग के साथ उनकी गवर्नेंस , दूरदर्शिता और कार्य कुशलता में निखार आता चला गया । उन्हे राज्य के विभिन्न हिस्सों से जुड़ने समझने का मौका मिला ,  और उनसे आने वाले दिनों में और ज्यादा सफलता और शिखर पर जाने की अपेक्षा की जाती है।