योग्य - उसूलों के पक्के और संबंध निभाने में माहिर हैं तेजवीर सिंह
योग्य - उसूलों के पक्के और संबंध निभाने में माहिर हैं तेजवीर सिंह
पंजाब के तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी तेजवीर सिंह अपनी समझदारी और मिलनसार स्वभाव के लिये जाने जाते हैं। वे मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हैं और लो प्रोफाइल रह कर चुपचाप अपना कार्य करने के पक्षधर हैं। तेजवीर सिंह को मुख्यमंत्री के विश्वस्त लोगों में जाना जाता है और हाल ही में चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पद छोड़ने के बाद वे मुख्यमंत्री कार्यालय के सर्वेसर्वा हैं। चंडीगढ़ के मूल निवासी तेजवीर सिह को हिंदी और अंग्रेजी के अलावे पंजाबी व मराठी में भी दक्षता हासिल है। वे दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में पोस्ट ग्रैजुएट हैं और 1994 बैच में आईएएस में चयनित होने पर उन्हें महाराष्ट्र कैडर मिला, लेकिन बाद में उन्हें कैडर रिव्यु के बाद पंजाब मिल गया। वे शुरूआत से ही वित्तीय और प्रशासनिक मामलों के विशेषज्ञ माने जाते रहे हैं। महाराष्ट्र के नासिक में वे 1996-1998 के दौरान करीब दो साल असिस्टेंट कलेक्टर रहे। तेजवीर सिंह पंजाब सरकार में पब्लिक रिलेशन विभाग के निदेशक पद पर रहे हैं और प्रेस के साथ उनके हमेशा मधुर संबंध रहे हैं। वे लंबे अर्से तक कैप्टन अमरिंदर सिंह के गृह जिले पटियाला के जिलाधिकारी रह चुके हैं और वहां के लोगों का दुखदर्द भली-भांति समझते हैं। ये दोनों ही वजहें उनकी योग्यता में चार चांद लगाती हैं और मुख्यमंत्री को इसकी जरूरत भी है। तेजवीर सिंह ने सेवा में रहते हुए लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से लोक प्रबंधन व गवर्नंस में एम एससी की डिग्री हासिल की है। वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर मसूरी स्थित भारत सरकार की अकादमी में करीब आठ साल रहे और उन्होंने वहां कई सुधार कार्य किये। अपने पंजाब कैडर में उनकी पोस्टिंग हमेशा चर्चा में रही। वे अमृतसर में चुनावों के दौरान डीसी बनाये गये थे और जिले के चुनिंदा गैर सिख जिलाधिकारियों में से थे। वे चंडीगढ़ और पटियाला के डीसी भी रहे व आनंदपुर साहिब में एसडीएम। वे एक अच्छे योजनाकार माने जाते हैं और प्रदेश सरकार ने प्लैनिंग विभाग में बतौर स्पेशल सेक्रेटरी उनकी सेवाओं का लाभ लिया है। इसके अलावे वे ग्रामीण विकास विभाग में ज्वाइंट डेवेलपमेंट कमिश्नर रहे और इसके बाद 2007 से 2009 तक करीब डेढ़ साल सूचना एंव जनसंपर्क विभाग के निदेशक बने।