देश के नागरिक उड्डयन को उम्मीद है जिनसे प्रदीप सिंह खारोला
देश के नागरिक उड्डयन को उम्मीद है जिनसे प्रदीप सिंह खारोला
मूल रूप से देहरादून के रहने वाले प्रदीप सिंह खरोला ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी किया है। ये कर्नाटक सरकार में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं और इन्हेंं एक दूरदर्शी व ईमानदार अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। 2015 में इन्हेंं पर्यटन विभाग, कर्नाटक सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। इससे पहले इन्हेंं 2013 में कर्नाटक अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉर्पोरेशन का चेयरमैन भी बनाया गया। जब 1997 में बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बनाया गया तो ये इसके प्रबंध निदेशक बनाये गये। ये बैंगलोर डेवलपमेंट ऑथारिटी कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम के भी मैनेजिंग डायरेक्टर रहे। कर्नाटक में एयर कंडीशन्ड बसें दौड़ा कर घाटे में चल रहे निगम को फायदे में बदलने का इनका करिश्मा आज भी याद किया जाता है। ये बेलगाम और उत्तर कर्नाटक के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। प्रदीप सिंह खरोला ने आईआईएम लखनऊ, आईआईएम बैंगलोर व आईएएस अकादमी जैसे संस्थानों से शहरी प्लानिंग, इंटरप्राइज़ मैनेजमेंट, बिजनेस प्रोसेस रीइंजीनियरिंग व ई गवर्नेंस जैसे विषयों का विशेष प्रशिक्षण लिया है। जब वर्ष 2013 में बैंगलोर मेट्रो की प्लानिंग शुरू हुई तो ये सभी की पहली पसंद थे। इन्होंने बैंगलोर महानगर में सफलता पूर्वक मेट्रो का निर्माण व परिचालन भी करवाया। एक अर्से से ये तकनीक और प्रबंधन जैसे विषयों पर अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में शोधपत्र और लेख लिखते रहे हैं। इन्हें देश का नागरिक उड्डयन विभाग का सचिव जैसा पद देना बताता है कि सरकार इनकी सूझबूझ और दूरदर्शिता की कितनी कायल है, क्योंकि अभी देश में एक ओर घरेलू उड्डयन को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है वहीं भारी-भरकम घाटे से जूझ रही एयर इंडिया को सरकार की मंशा रणनीतिक विनिवेश के तौर तरीकों को अंतिम रूप देने की है।