बाजीगर - चुनौतियों को अवसर में बदलने वाले ब्यूरोक्रेट है श्रीवत्स कृष्णा

बाजीगर - चुनौतियों को अवसर में बदलने वाले ब्यूरोक्रेट है श्रीवत्स कृष्णा

बाजीगर - चुनौतियों को अवसर में बदलने वाले ब्यूरोक्रेट है श्रीवत्स कृष्णा

श्रीवत्स कृष्णा का जन्म 24 अक्टूबर, 1968 को एक दक्षिण भारतीय परिवार में दिल्ली में हुआ था।  वे सुर्खियों में तब आये जब 1994 में आईएएस की परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया। उन्हें सबसे अधिक अंक लाने के लिये गोल्ड मैडल भी मिला। इसके बाद तो लगभग पूरा करीयर  हाइलाइटेड रहा है । अब उन्होने बतौर कॉफी विकास बोर्ड के अध्यक्ष व सेक्रेटरी, एक ऐसे ऐप्प के कारण जो कॉफी उत्पादक किसानों को अंतर्राष्ट्रीय मंच और नवीनतम कृषि तकनीक देगा। प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंध में पीजी डिग्री रखने वाले श्रीवत्स के लिये आईएएस बनना अपने पिता के सपने को पूरा करने का एक मिशन था। इसे लिये उन्होंने स्टैनफोर्ड और येल से मिल रही स्कॉलरशिप को छोड़ कर सिविल सेवा की तैयारी की। उन्होंने पिछले दस साल से टॉप की पोजीशन पर रहने वाले आईआईटी ग्रैजुएट्स का वर्चस्व तोड़ दिया। उन्होंने सेवा में आने के बाद हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया। वे देश के पहले और इकलौते आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने यह डिग्री हासिल की है। उन्हें करीयर के शुरू में दिल्ली कैडर के लिए चुना गया। पहली पोस्टिंग में ही भूमाफियाओं से जोरदार झड़प हुई और फिर ट्रॉमा सेंटर में तबादला हो गया। वहां उन्होंने कैट्स ऐंबुलेंस की शुरुआत की जो आज भी हजारों दिल्लीवासियों की जान बचा रहा है। कुछ ही दिनों में उन्होंने आंध्र प्रदेश कैडर चुन लिया जहां तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने उन्हें हैदराबाद को साइबर हब बनाने व सफलतापूर्वक चलाने के मिशन पर लगा दिया। ये श्रीवत्स की कोशिशों का ही नतीजा था कि हैदराबाद आज दुनिया के पंद्रह सबसे प्रमुख नगरों में शुमार है। उन्हें वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिला।  वे स्टडी लीव पर हॉर्वर्ड गये तो फिर वर्ल्ड बैंक के साथ भी काम किया। वापस आकर उन्होंने पारिवारिक कारणों से कर्नाटक कैडर चुन लिया। कर्नाटक सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शहरी विकास जैसे कई महत्त्वपूर्ण मत्रालयों का कार्यभार संभाला। अप्रैल 2017 से वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं जहां कॉमर्स मंत्रालय में कॉफी बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। गाने के शौकीन श्रीवत्स कृष्णा ने ऑस्कर विजेता म्युजिक डायरेक्टर एआर रहमान के निर्देशन में बॉलीवुड फिल्म शंघाई के लिये एक गीत भी गाया है।