बेबाक तेज-तर्रार पत्रकार और कुशल उद्यमी हैं अनुराधा प्रसाद

बेबाक तेज-तर्रार पत्रकार और कुशल उद्यमी हैं अनुराधा प्रसाद

बेबाक तेज-तर्रार पत्रकार और कुशल उद्यमी हैं अनुराधा प्रसाद

अनुराधा प्रसाद नाम है उस शख्सियत का जिन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर भारतीय मीडिया जगत में वो मुकाम हासिल किया है जो बड़े-बड़े पत्रकारों और उद्यमियों के लिये एक सपना है। वे कई चैनलों की मालकिन हैं और न्यूज टीवी से लेकर रेडियो जगत, टेलीवुड और बॉलीवुड तक में उनकी खास पहचान है। उनके चैनलों में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला है और उनके प्रोग्राम देश के कई नामी-गिरामी इंटरटेनमेंट चैनलों पर लोकप्रियता की नयी ऊंचाइयां छू चुके हैं। इनके अलावा वे एक शिक्षाविद भी हैं जो हर साल दर्जनों बच्चों का कॅरीयर संवार रही हैं।

अनुराधा प्रसाद बिहार के एक सम्पन्न कायस्थ परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पिता ठाकुर प्रसाद बिहार के जाने-माने वकील और राजनेता थे। भाई रविशंकर प्रसाद भी राजनीति में हैं। स्कूल की पढ़ाई के बाद आगे की शिक्षा के लिए दिल्ली चलीं आयीं और दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रैजुएशन किया। उन दिनों पत्रकारिता की अलग से पढ़ाई नहीं होती थी, लेकिन इन्होंने व्यवहार और सोच हमेशा पत्रकार की ही रखी।

अनुराधा प्रसाद ने पत्रकारिता की शुरुआत मनी मैटर्स नामक मैगजीन से की। फिर कई छोटे-बड़े अखबारों में भी काम किया। 1987 में इन्होनें प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया यानी पीटीआई का टीवी डिवीजन ज्वाईन किया। उन दिनों वरिष्ठ पत्रकार का मतलब सफेद बालों वाले बुजुर्ग होते थे। ऐसे में जींस-टीशर्ट वाली एक युवा लड़की को संसद और मंत्रियों की रिपोर्टिंग करते देख सभी हैरत में रहते थे। हालांकि अनुराधा प्रसाद ने अपने विश्लेषणों और रिपोर्टों से साबित कर दिया कि उनकी सोच में परिपक्वता और गंभीरता दोनों है। पीटीआई टीवी के बाद ऑब्जर्वर चैनल में बतौर रिपोर्टर रहीं।

अपने प्रोडक्शन हाउस की शुरुआत कर अनुराधा 1990 के दशक में एक स्थापित नाम बन गयी थीं। उन्होंने महज 40 हजार रुपये में अपने दो कमरे के फ्लैट से 1993 में भगवान, अल्लाह और गॉड के पहले अश्ररों को मिला कर बी.ए.जी. फिल्मस की नींव डाल अपने व्यवसाय की शुरुआत की थी। दूरदर्शन, स्टार प्लस, स्टार न्यूज, स्टार वन, डीडी न्यूज, जूम टीवी जैसे कई चैनलों पर अपने दर्जनों प्रोग्राम्स के जरिये उन्होंने टीवी जगत में मानों एक तहलका मचा दिया। करीब चौदह साल बाद यानी 2007 में ब्रॉडकास्ट-24 लॉंच किया जिसके बैनर तले न्यूज-24 और ई-24 जैसे टीवी चैनल व ‘रेडियो धमाल’ नाम से एफएम रेडियो की श्रृंखला चला कर करोड़ों दर्शकों व श्रोताओं से जुड़ी हैं। उनका मीडिया इंस्टीच्यूट ‘आइसोम्स’ भारत के अग्रणी मीडिया संस्थानों में शुमार हो चुका है और हर साल दर्जनों छात्र यहां से निकल कर देश के नामी-गिरामी संस्थानों में अपना कॅरीयर बना रहे हैं।

अनुराधा प्रसाद के पति राजीव शुक्ला भी एक जानी मानी हस्ती हैं। जिस बिल्डिंग में प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया का ऑफिस था उसी कॉम्प्लेक्स में राजीव शुक्ला के संडे मैगजीन का ऑफिस था। दोनों के परिवार वाले शुरु में इस शादी के खिलाफ थे लेकिन बाद में रविशंकर प्रसाद के समझाने पर पिता मान गये और 1988 में इनकी शादी हो गयी। यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके राजीव शुक्ला फिलहाल राज्यसभा सदस्य और आईपीएल के चेयरमैन हैं।

अनुराधा प्रसाद का नाम भारत की एक तेज-तर्रार व बेबाक महिला पत्रकार के रुप में जाना जाता है। अपने चैनल न्यूज 24 में प्रसारित होने वाले प्रोग्राम आमने –सामने में जिस साफगोई से वे सवालों को प्रस्तुत करतीं है उसे सुन कई बार बड़े से बड़े राजनेताओं की भी चुप्पी सी बन जाती है। बतौर पत्रकार कड़ा तेवर रखने वाली अनुराधा प्रसाद सामान्य जीवन में बेहद सरल और हंसमुख मिजाज की हैं। एक अच्छी प्रशासक भी है, अपनी कंपनी में काम करने वाले लोगों के लिए जरुरत पड़ने पर खड़ी भी नजर आतीं हैं।

अनुराधा प्रसाद हिन्दुस्तान की जानी मानी बिज़नेस वुमेन हैं। सीआईआई एंव फिक्की एंटरटेनमेंट कमिटी की सदस्य होने साथ-साथ ये एक एक अच्छी गृहणी भी है। अपने व्यस्त जीवन से समय मिलने पर बाकी का वक्त अपने परिवार के साथ बिताना पसंद करती हैं एंव पुरानी फिल्मी गानें सुनना इन्हें बेहद पसंद है। इसके अलावा सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी भी निभाती हैं। अनुराधा प्रसाद को अब तक कई अवार्ड से नवाज़ा भी गया है जिनमें 2006 में मिला कल्पना चावला एक्सीलेंस अवार्ड एंव 2005 में मिला ग्रेट वुमेन अवार्ड खास है। 2009 में इंडियन टेली अवॉर्ड में उन्हें हॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया गया। 2015 में उन्हें उपराष्ट्रपति के हाथों पंडित हरिदत्त शर्मा अवॉर्ड भी मिला। फेम इंडिया-एशिया पोस्ट मीडिया सर्वे 2018 में अनुराधा प्रसाद को टीवी मीडिया के एक प्रमुख सरताज के तौर पर पाया गया है।