बेहतरीन पुलिसिंग वाले क्षमतावान आईपीएस - एम महेंद्र रेड्डी

बेहतरीन पुलिसिंग वाले क्षमतावान आईपीएस - एम महेंद्र रेड्डी

बेहतरीन पुलिसिंग वाले क्षमतावान आईपीएस -  एम महेंद्र रेड्डी

तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक एम महेंद्र रेड्डी एक ऐसी शख्सियत हैं,  जिन्होंने वीरता से दुर्दांत नक्सली उग्रवादियों को भी समाज की मुख्यधारा में लौटने को प्रेरित किया । वे एक ऐसे सरल अधिकारी जिन्होंने पुलिस को लोगों का दोस्त बनना सिखाया। एम महेंद्र रेड्डी ने राज्य पुलिस में अत्याधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक अनुसंधान से आपराधिक मामलों को सुलझाने पर जोड़ दिया। उन्होंने इस पद पर अपने व्यक्तित्व की ऐसी छाप छोड़ी है, जो पुलिसिंग के इतिहास में एक मानदंड साबित हो रहा है। 3 दिसंबर, 1962 को वर्तमान तेलंगाना के खम्मम जिले के किस्तपुरम गाँव में  एक किसान परिवार में जन्मे एम. महेन्द्र रेड्डी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के  सरकारी स्कूल में पूरी की। उच्च शिक्षा नलगोंडा के सरकारी आवासीय स्कूल में और फिर नागार्जुनसागर, गुंटूर के आवासीय कॉलेजों में पूरी की । उन्होंने वारंगल के प्रतिष्ठित रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद आईआईटी, दिल्ली से सिस्टम एंड मैनेजमेंट में एमटेक की पढ़ाई की। वर्ष 1986 में भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए और  आंध्र-प्रदेश कैडर मिला। एम. महेन्द्र रेड्डी ने शुरुआत में करीमनगर, गुंटूर, आदिलाबाद, निज़ामाबाद, कुरनूल और हैदराबाद सिटी जैसे जिलों की कमान एसपी के तौर पर संभाली और इस दौरान वे इन जिलों में एक सकारात्मक पुलिस व्यवस्था को स्थापित करने में सफल रहे । वे जहां जिस पोस्ट पर भी रहे , उनकी कार्यशैली सदैव प्रशंसनीय रही ।  उन्होंने वर्ष 1998 से चार वर्षों तक सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में नये चुने आईपीएस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी। उनके द्वारा ट्रेंड आईपीएस अधिकारी आज भी उनकी जानकारी और आदर्शों की मिसाल देते हैं। वर्ष 2003 से 2007 तक वे हाईटेक साइबराबाद सिटी के पुलिस कमिश्नर रहे , जहां उन्होंने पुलिस की एक सभ्य व सुसंस्कृत पहचान बनाई। इसके बाद वे पुलिस कंप्यूटर सर्विस के प्रमुख और फिर  ग्रेहाउंड्स के प्रमुख बने। उन्होंने प्रदेश में आतंक का पर्याय बने माओवादी नक्सलियों के विरुद्ध कई अभियान चलाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में लौटने को मजबुर किया। वर्ष 2009 में महेंद्र रेड्डी प्रदेश के खुफिया विभाग के आईजी बनाये गये। वर्ष 2014 से करीब साढ़े चार वर्षों तक हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर का महत्त्वपूर्ण पद संभाला। पुलिस आयुक्त के रूप में, एम महेंद्र रेड्डी ने हैदराबाद सिटी पुलिस को पीपुल्स फ्रेंडली रिस्पॉन्सिबल ऑर्गनाइजेशन में बदलने के लिये कई बदलाव किये, जिनमें पुलिस फोर्स में उच्च स्तरीय तकनीकों  के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस अवधि के दौरान, एक प्रमुख अमेरिकी सर्वे एजेंसी ने हैदराबाद को सुरक्षा और गुणवत्ता के लिहाज से भारत के सर्वश्रेष्ठ शहर का दर्जा दिया। नवंबर 2017 से वे तेलंगाना प्रदेश के डीजी पुलिस  का पद संभाल रहे हैं। एम महेंद्र रेड्डी ने वर्ष 1991 में अमेरिका में टेररिज्म के विरुद्ध विशेष प्रशिक्षण हासिल किया। उन्होंने ब्रिटेन और सिंगापुर आदि देशों का दौरा किया है और वहां के पुलिसिंग सिस्टम की खूबियों को अपने राज्य में इस्तेमाल किया। पुलिस सेवा में रहते हुए उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से पब्लिक पर्सनल मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री भी हासिल की और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, हैदराबाद में उन्होंने अपनी पीएचडी की थीसिस भी प्रस्तुत की है। एम महेंद्र रेड्डी को  वर्ष 2002 में सराहनीय सेवाओं के लिये और वर्ष 2010 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।

फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट सर्वे के 12 मापदंडों पर किये गये "25 उत्कृष्ट आईपीएस 2020" के वार्षिक सर्वे में तेलंगाना के डीजीपी एम महेंद्र रेड्डी, क्षमतावान श्रेणी में प्रमुख स्थान पर हैं।