जोश और आगे बढ़ने के जज्बे का दूसरा नाम है सुधीर अग्रवाल
जोश और आगे बढ़ने के जज्बे का दूसरा नाम है सुधीर अग्रवाल
भारत के हिन्दी समाचार-पत्रों की चर्चा सुधीर अग्रवाल के बिना करना मुश्किल है। भारत के सबसे ज्यादा सर्कुलेशन वाले हिन्दी अखबारों में कई वर्षों से दैनिक भास्कर ने मजबूत स्थान बनाया हुआ है। सबसे बड़ी बात यह है कि भास्कर नये राज्य या नये एडिशन लांच होने के साथ ही साख और मजबूत पालिसी के कारण बढती हुई रीडरशिप, जनता से जुड़ी ख़बरों के अट्रैक्टिव प्रेजेंटेशन और बेहतर कैम्पेनिंग की वजह से लोकप्रियता के नये आकाश पर होता है और देश की मीडिया इंडस्ट्री की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में शामिल डी बी कॉर्प और दैनिक भास्कर ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर है सुधीर अग्रवाल। इनका फॉर्मूला है- फॉलो द लीडर। इस फॉर्मूले का फायदा यह है कि इसमें जोखिम नहीं रहता और कामयाबी की गुंजाइश ज्यादा रहती है। ये दैनिक भास्कर ग्रुप के फाउंडर स्व. रमेश चंद्र अग्रवाल के सबसे बड़े पुत्र हैं। उनके पिता ने 1958 में भोपाल से दैनिक भास्कर अखबार की शुरुआत की थी। इसके बाद 1983 में इंदौर संस्करण की नींव डाली। वर्ष 1995 में डी बी कॉर्प की स्थापना हुई और इसके मध्यप्रदेश में 5 एडिशन शुरू हुए .करीब 24 वर्षों पहले ग्रुप से जुड़े सुधीर अग्रवाल भोपाल युनिवर्सिटी से साइंस ग्रैजुएट हैं। जब उन्होंने डीबी कॉर्प ग्रुप ज्वाइन किया तब दैनिक भास्कर धीरे धीरे पूरे मध्य प्रदेश में फैल रहा था। सुधीर अग्रवाल ने इसे अन्य राज्यों में भी फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने न सिर्फ भास्कर के अन्य एडिशन लांच किये बल्कि कई अन्य पब्लिकेशन भी शुरु किये। उनके नेतृत्व में भास्कर का सिक्का मीडिया इंडस्ट्रीज में तेजी से जमने लगा और यह उनके सूझबूझ भरे नेतृत्व गुणों के कारण ही संभव हो सका कि डी बी कॉर्प निवेशकों की नजर में आज सबसे तेज़ी से बढ़ते मीडिया समूह में से एक है। किसने सोचा था एक राज्य में सिर्फ 5 संस्करणों के साथ शुरू होने वाला अखबार इतनी जल्दी विभिन्न भाषाओं के साथ 14 राज्यों में 68 संस्करणों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवायेगा? आज यह समूह मीडिया के उन चंद घरानों में शामिल है जो भारत में खबरों की दशा और दिशा निर्धारित करते हैं।
सुधीर अग्रवाल कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर में 1994 से शामिल हैं और इन्हें 2007 में कम्पनी में बड़ी जिम्मेवारी देते हुए मैनेजिंग डायरेक्ट की कुर्सी पर बिठाया गया। इनके ऊपर भास्कर की एडिटोरियल पॉलिसी की जिम्मेदारी लम्बे समय से थी। इन्होंने मीडिया के सभी क्षेत्र चाहे वो प्रिंट, रेडियो हो या न्यू मीडिया, सब में दैनिक भास्कर ग्रुप का प्रभुत्व कायम किया है। फिलहाल भास्कर ग्रुप के पास अखबार के 68 एडिशन के अलावे 13 न्यूज पोर्टल, दो मोबाइल एप्प व 7 राज्यों में माय एफएम के 30 रेडियो स्टेशन भी हैं। इस मीडिया ग्रुप के हिंदी में दैनिक भास्कर के अलावे गुजरती में दिव्य भास्कर, मराठी में दैनिक दिव्य सौराष्ट्र समाचार, डीबी पोस्ट व डीबी स्टार मुख्य अखबार है। ज़ी ग्रुप के साथ मिल कर इन्होंने डीएनए के नाम से एक बड़ा अंग्रेजी अखबार भी लांच किया, डीबी कॉर्प 3 मैगज़ीन – अहा जिंदगी, बाल भास्कर व यंग भास्कर (अंग्रेजी) भी प्रकाशित करता है। डी बी कोर्प देश के प्रतिष्ठित पब्लिकेशन हाउस में प्रमुख स्थान रखता है वही इसके न्यूज़ पोर्टल की सफलता का धूम मचा हुआ है , इसे मजबूत एच आर पालिसी वाले मीडिया ग्रुप के तौर पर भी जाना जाता है
सुधीर अग्रवाल भास्कर ग्रुप की लगभग तीन दर्जन कंपनियों में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के तौर पर शामिल हैं। ये कंपनियां बिल्डंग, फूड, पॉवर, बायो फ्यूएल, कोल माइनिंग, केबल व्यवसाय, व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे कई उद्योगों में दखल रखती हैं। सुधीर अग्रवाल को कई बार देश के पचास प्रमुख लोगों में शामिल रहने का गौरव मिल चुका है और इसके अलावा उन्हें कई अवार्ड व सम्मान हासिल हो चुके हैं। फेम इंडिया-एशिया पोस्ट मीडिया सर्वे 2018 में सुधीर अग्रवाल को भारतीय मीडिया के एक प्रमुख सरताज के तौर पर पाया गया है।