फिटनेस की हर दिलअजीज क्वीन - वंदना लूथरा
फिटनेस की हर दिलअजीज क्वीन - वंदना लूथरा
आज अगर देश में फिटनेस और वेलनेस सेंटरों की बात की जाये तो वीएलसीसी यानि वंदना लूथरा कर्ल्स एंड कर्व्स को चोटी के केंद्रों में से माना जा सकता है। 25 साल के काम-काज में वीएलसीसी लगातार तरक्की करते हुए एशिया की सबसे बड़ी वेलनेस कम्पनियों में शुमार हो गयी है। 12 जुलाई 1959 को दिल्ली में जन्मी वंदना लूथरा ने फिटनेस के व्यवसाय में कदम रखने से पहले इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करके बारीकियों को समझा। उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद जर्मनी में न्यूट्रीशन एवं कॉस्मेटोलॉजी में उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद लंदन, म्युनिख और पेरिस में ब्यूटी केयर, फिटनेस, फूड एण्ड न्यूट्रीशन और स्किन केयर में कई स्पेशलाइज्ड कोर्स और मॉड्यूल किये। जब उन्होंने बिजनेस शुरू किया तो शुरुआती चुनौती आयी अपनी पहचान बनाने और लोगों का भरोसा जीतने की। ट्रांस्फॉर्मेशन सेंटर का आइडिया उनके लिए बिल्कुल नया था सो उन्होंने खूब मन लगा कर काम किया। मेहनत रंग लायी और दिल्ली सफदरजंग इलाके में खोला गया उनका पहला सैलून लोगों को भा गया। लेकिन उन्हें अपने उद्यम के लिए पैसा जुटाना में भी काफी मुश्किलें आयीं। 25 साल के काम-काज में वीएलसीसी लगातार तरक्की करते हुए न केवल एशिया की सबसे बड़ी वेलनेस कम्पनियों में शुमार हो गयी है बल्कि इसने भारत में वेलनेस सेक्टर के विस्तार में भी सराहनीय योगदान दिया है। वंदना लूथरा के निरंतर प्रयासों से कंपनी के सेंटर 16 देशों के 121 शहरों में 300 से अधिक स्थानों पर मौजूद है। भारत, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, मलेशिया, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ओमान, बहरीन, कतर, कुवैत, सऊदी अरब और कीनिया में खुद कम्पनी अपना काम-काज करती है। साथ ही भारत और सिंगापुर स्थित इसके प्लांट में वीएलसीसी की बड़ी रेंज़ के स्किन केयर, हेयर केयर और बॉडी-केयर प्रोडक्ट का उत्पादन भी होता है। कम्पनी में पूरी दुनिया के 39 देशों के 6,000 से अधिक लोग काम करते हैं। वर्ष 2013 में उन्हें औद्योगिक क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए 'पद्म श्री’ से भी नवाजा गया है।