सिक्किम के भविष्य को उज्ज्वल बनाते आदित्य गोले

सिक्किम के भविष्य को उज्ज्वल बनाते आदित्य गोले

खुली आंखों से देखा सपना जब सच हो जाये तो वह मंजर कैसा होता है इसकी सही व्याख्या सिक्किम के विधायक आदित्य गोले से बेहतर कोई नहीं कर सकता है। 30 वर्षीय इस युवक की पहचान आज सिक्किम के यूथ आइकॉन के तौर पर है और इसका श्रेय उनकी कड़ी मेहनत, सूझ-बूझ और त्याग को दिया जाता है। 

आदित्य तमांग का जन्म 1990 में सिक्किम के सोरेंग में हुआ। उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई सिक्किम से की। फिर कालेज की शिक्षा के लिए वो दिल्ली चले गये और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कालेज से इंग्लिश में बैचलर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई पूरी की। आदित्य ने जब से होश संभाला अपने प्रदेश में शत-प्रतिशत बहुमत वाले पवन कुमार चामलिंग को ही मुख्यमंत्री के रूप में देखा। यह किसी साधारण मनुष्य के लिए आम बात हो सकती है पर उस लड़के के लिए नहीं जिसके पिता भी प्रदेश के विकास की बागडोर संभालने का सपना देख रहे हों।

पश्चिमी सिक्किम के कोरिया-चाकुंग से विधायक आदित्य के लिए राजनीति का यह सफर आसान नहीं था। विपक्ष के दमन के साथ-साथ अपने राजनीतिक विरोधियों को निपटाने के लिए सत्तारूढ़ दल क्या-क्या कर सकता है उसे आदित्य ने काफी करीब से देखा है। उन्होंने अपनी पिता को जेल जाते भी देखा और उनके साथियों पर मुकदमे होते भी। पर इन सब बातों ने उन्हें और मजबूत बनाया व उनके सरकार में आने की इच्छा को और बढ़ाया।

25 वर्षों के बाद सत्ता के लिए जोरदार लड़ाई में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने आखिरकार सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट से सत्ता छीन ली। इस जीत में आदित्य की भूमिका काफी अहम रही। युवाओं तक अपनी पार्टी की नीतियां पहुंचाने में उनका रोल अहम रहा। एक युवा नेतृत्व पर लोगों ने भरोसा किया और जिसका नतीजा है कि आज उनकी पार्टी सत्ता में हैं। आज वह अपने क्षेत्र में वह सब काम कर रहे जिसका सपना लेकर वह राजनीति में आये थे।

फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंडों पर किये गये सर्वे में आदित्य गोले को उज्ज्वल कैटगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।

सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे तथा विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।