देश के सार्वाधिक कुशल प्रशासकों में शुमार हैं गृह सचिव अजय भल्ला
एक जिम्मेदार, कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार ऑफिसर हैं होम सेक्रेटरी
सीनियर आईएएस अधिकारी अजय कुमार भल्ला देश के गृह सचिव हैं। असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के इस आईएएस अधिकारी को देश के सबसे कुशल प्रशासकों में गिना जाता है। करीब 59 वर्षीय अजय भल्ला मूल रूप से दिल्ली के हैं और असम, मेघालय तथा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उनका प्रशासनिक अनुभव लंबा है। वे कई अहम पदों पर रह चुके हैं। वे चुनौती पूर्ण कार्यों को सहज तरीके से निपटाने के लिए जाने जाते हैं। गृह मंत्री अमित शाह की टीम में उनकी अहम जवाबदेही है।
अजय कुमार भल्ला ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से, वनस्पति विज्ञान में एमएससी और समाज शास्त्र में एमफिल भी किया है।आईएएस के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अजय कुमार भल्ला असम एवं मेघालय तथा केंद्र सरकार में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री भी हासिल की है। वे केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी, कोयला मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी, जहाजरानी मंत्रालय में डायरेक्टर पोर्ट्स रह चुके हैं। 20 अक्टूबर 2016 से लेकर 30 जून 2017 तक वे विदेश व्यापार महानिदेशक रहे। 30 जून 2017 को अजय कुमार भल्ला को भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया गया।
देश की आतंरिक स्थिति और चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय में एक जिम्मेदार, कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार ऑफिसर की दरकार थी। ऐसे में अजय कुमार भल्ला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली चयन समिति ने गृह सचिव बनाने पर मुहर लगा दी। सबसे खास बात ये है कि किसी अफसर को पूर्ण रूप से गृह सचिव बनाने से पहले उसे होम मिनिस्टरी में ओएसडी यानी ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी बनाया जाता है। अजय कुमार भल्ला को जुलाई 2019 के अंत में, गृह मंत्रालय में विशेष कार्य अधिकारी नियुक्त किया गया था। इस दौरान उन्होंने जिम्मेदारियों के अनुरूप काम किया।
गृह सचिव अजय कुमार भल्ला प्रशासनिक लिहाज से गंभीर इंसान हैं। वे अपने दायित्वों को भलीभांति जानते हैं। देश की आतंरिक सुरक्षा और संवेदनशील मसलों की अहमियत को समझते हैं और समय पर खास रणनीति बनाने में माहिर हैं। आतंकवाद, नक्सलवाद और कोरोना जैसे मामलों में उन्हें अपने प्रशासनिक अनुभव से देश की सेवा का अहम अवसर मिला है। कोरोना संकट के दौर में उन्होंने राज्यों के मुख्य सचिवों को समय समय पर खबरदार किया है। लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने की हिदायत दी है। लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को लेकर उनके काम की तारीफ हुई है।
गृह सचिव अजय भल्ला कठिन समय में सख्ती से सरकारी आदेश को लागू करवाना उनकी खासियत रही है। वे सरकारी कार्यों में किसी प्रकार की कोताही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करते। कोरोना काल में डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ के अंतर-राज्यीय आवाजाही को जरूरत के मुताबिक उन्होंने सुगम बनाया है। वे संकट और विषम परिस्थितियों में बेहद शात रहकर काम करते हैं। अगस्त 2021 तक वे इसी पद पर रहेंगे। फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में 29वें स्थान पर हैं।