गरीबों की सेवा और मुस्कान के लिए डीएम बने डॉक्टर बृजमोहन मिश्रा

उनके मन में जरूरतमंदों की कठिनाई को दूर करने की गजब की ललक है

गरीबों की सेवा और मुस्कान के लिए डीएम बने डॉक्टर बृजमोहन मिश्रा

चाहत हो तो सफलता खुद-ब-खुद चल कर आती है। जी हां ये बात साउथ दिल्ली के जिला उपायुक्त डॉक्टर ब़ृजमोहन मिश्रा पर सौ फीसदी सही बैठती है। दरअसल बृजमोहन मिश्रा एक किसान परिवार से आते हैं उनका जन्म यूपी के मऊ में 1 दिसंबर 1979 को हुआ। वे 6 भाई-बहन है। इनकी शुरुआती शिक्षा गांव में ही हुई। उन्होंने 18 साल की उम्र में उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी से बॉयोलॉजी में स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ से एमबीबीएस की पढ़ाई की। सामान्य परिवार से होने के कारण बृजमोहन ने लोगो के रोजमर्रा के संघर्ष को काफी नजदीक से एहसास किया था लिहाजा उनके मन में जरूरतमंदों की कठिनाई को दूर करने की गजब की ललक है। इस मकसद से उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बनाया और उसे पूरा करने के लिए अथक मेहनत किया । 2008 बैच में बृजमोहन मिश्रा ने यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी हासिल की । उन्हें यूटी कैडर मिला।

इसके बाद शुरू हुआ उनका असली मिशन जिसे लक्ष्य बनाकर डॉक्टर बृजमोहन मिश्रा ने नागरिक सेवाओं से जुड़ने का मन बनाया था । 2010 से 2012 वे दिल्ली में एसडीएम रहे और प्रशासनिक सेवा की बारीकियों को सीखा । फिर ईस्ट दिल्ली के डिप्टी कमीशनर बनाए गए । वे जहाँ भी रहे उन्होंने गरीबों की सेवा करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए हर संभव प्रयास किया | डॉक्टर बृजमोहन मिश्रा की कार्य क्षमता को देखते हुए उन्हें कई अहम पदों की जिम्मेदारी दी गई । जिसमें दिल्ली सरकार के सेल्स टैक्स, फाइनेंस, खनन विभाग, नागरिक उड्डयन व म्यूनिसिपल एंड अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में पोस्टिंग अहम रही । 

 अरुणाचल प्रदेश में पोस्टिंग के दौरान डॉ बीएम मिश्रा ने अपने प्रशासनिक दायित्वों का बेहतर निर्वहण किया । उनके जनोपयोगी कार्यशैली और विकास कार्यों के लिए वर्ष 2016 में अरुणाचल प्रदेश के गवर्नर द्वारा "उत्कृष्ट जन सेवा" के लिए उन्हें गोल्ड मेडल से सम्मानित भी किया गया।

2018 में वे डिप्टी कमीशनर / डिप्टी सेक्रेटरी म्युनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन/ अर्बन डेवल्पमेंट के पद पर रहे । वे 12 सितंबर 2018 को एडिशनल कमीशनर, नॉर्थ दिल्ली म्युनिसिपल कारपोरेशन बनाए गए । इस पद पर रहते हुए उन्होंने  आम लोगों की भलाई के लिए स्वच्छता से जुड़े कई कार्य किये । 13 जून 2019 को बृजमोहन मिश्रा को साउथ दिल्ली का डिप्टी कमीश्नर बनाया गया । उन्होंने साउथ दिल्ली में विकास के तमाम गतिविधियों को बड़े ही सहज तरीके से आगे बढ़ाया। बतौर डीसी जनमानस के लिए उपलब्धता, सहकर्मियों के साथ सहयोगपूर्ण रवैया और  बेहतर तालमेल के साथ विकास के लिए डॉ मिश्रा की चर्चा की जाती है।  

वर्ष 2020 में कोरोना वायरस के दस्तक देते ही खुद डॉक्टर रहे बृज मोहन मिश्रा ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से अपने प्रशासनिक अनुभव से लोगों की सेवा की । जिससे साउथ दिल्ली का इलाका दिल्ली के अन्य जिलों की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित रहा। उन्हें हाल ही में कोविड के खिलाफ सर्वोत्तम रिस्पॉंस करने वाले जिलाधिकारी के तौर पर स्कोच गोल्ड अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है।

 फेम इंडिया और एशिया पोस्ट द्वारा शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि दस मानदंडों पर किये गए सर्वे में साउथ दिल्ली के जिलाधिकारी  " योग्य " श्रेणी  में प्रमुख स्थान पर हैं।