कर्मठ और देशहित को समर्पित नितिन गडकरी
मोदी सरकार के सबसे योग्य और परफॉर्मर मंत्रियों में से एक नितिन गडकरी के पास फिलहाल भूतल परिवहन और राजमार्ग, जहाज़रानी, जल संसाधन, नदी विकास, एमएसएमई और गंगा संरक्षण मंत्रालय हैं। भारतीय जनता पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष रह चुके नितिन गडकरी हँसमुख और ऊर्जावान व्यक्तित्व के राजनेता हैं। वे बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। एक तरफ जहां उन्हें उनकी उत्कृष्ट संगठात्मक क्षमता के लिए जाना जाता है वहीं दूसरी तरफ वे कुशल प्रशासक, अद्भुत अवधारणाओं और नये आइडियाज़ के लिए भी पहचाने जाते हैं।
महाराष्ट्र के नागपुर में 27 मई 1957 को नितिन गडकरी का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके पिता संघ के सामान्य कार्यकर्ता थे। उन्होंने नागपुर युनिवर्सिटी से एलएलबी और एमकॉम की शिक्षा ग्रहण की। इसी दौरान उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लिए भी काम किया। वे राजनेता के साथ बिजनेसमैन के तौर पर भी जाने जाते हैं।
नितिन गडकरी केंद्र में मंत्री बनने से पहले महाराष्ट्र में लोक निर्माण मंत्री रहे और राज्य.में खस्ता हाल सड़कों को ठीक करने के लिए काफी उम्दा काम किया। इसी अनुभव के आधार पर उन्होंने प्रधानमंत्री से केंद्र में सड़क और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी मांगी। पीएम मोदी ने जब उनसे पूछा कि यह मिनिस्ट्री तो शीर्ष चार-पांच मंत्रालयों में नहीं आती है तो उनका जवाब था, "पिछला अनुभव और यह काम मुझे पसंद है।"
2014 में मंत्री बनने के साथ ही उन्होंने अपने काम से देश में विकास की नयी परिभाषा लिखी। हाईवे के निर्माण और फोर-लेन के निर्माण में तेजी आयी। फ्लाईओवर बने और ट्रैफिक के नियमों में जबरदस्त सुधार किया। 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी दूसरी पारी में अगले 100 दिनों के लिए बड़ी योजनाओं की तैयारी की। इसमें उन्होंने राजमार्गों में 15 लाख करोड़ के निवेश से लेकर खादी और छोटे व मझोले श्रेणी के उद्योंगों के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रोत्साहन देकर जीडीपी ग्रोथ को गति देने की योजनाएं बनायीं। इस पर तेजी से काम चल रहा है।
नितिन गडकरी मोदी सरकार-2 में सड़क परिवहन और राजमार्ग, नदी विकास, गंगा संरक्षण और एमएसएमई मंत्री हैं। दरअसल उन्होंने 1976 में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 23 साल की उम्र में नितिन गडकरी भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। 1995 में महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन सरकार में वे लोक निर्माण मंत्री बनाये गये। 1989 में वे पहली बार महाराष्ट्र में विधान परिषद के लिए चुने गये। गडकरी महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे। वे आरएसएस के भी लाडले रहे हैं और कहा जाता है कि संघ का प्रतिनिधि होने के नाते ही उन्हें 2010-2013 तक बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। वे सबसे कम उम्र में बीजेपी के अध्यक्ष बने।
नितिन गडकरी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वे काफी दूरदर्शी हैं। उनके कार्यों को देखते हुए बाला साहब ठाकरे ने उन्हें ‘रोडकरी’ नाम दिया था। उन्हें 'इंफ्रास्ट्रक्चर मैन ऑफ इंडिया' भी कहा जाता है। आज उनके नेतृत्व में देश की सबसे बड़ी भारत माला सड़क परियोजना का संचालन हो रहा है। 10 लाख करोड़ की लागत से 51,000 किलोमीटर सड़कों का जाल बिछाने की दिशा में काम चल रहा है। इस परियोजना का पहला चरण 2022 तक पूरा होने की बात कही जा रही है।
विकास की कार्ययोजनाओं के क्रियान्वयन में सफल रहने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में चौदहवें स्थान पर हैं।