ऐशोआराम छोड़कर जनसेवा में जुटे प्रकाश राणा
हिमाचल प्रदेश के मंडी के जोगिंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा राजनीति में इसीलिए आये ताकि जरूरतमंदों की मदद और क्षेत्र के कलाकारों वह मुकाम दिलाना जिसके वह हकदार है। सउदी अरब में अपना करोड़ों का व्यापार छोड़कर अपने मूल क्षेत्र के निवासियों की सेवा में जुट गये, क्योंकि उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा राजनीति में आए और लोगों की सेवा करे।
20 अप्रैल 1962 को हिमाचल प्रदेश के मंडी के गोलवन में जन्मे प्रकाश राणा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जीएचएस स्कूल पंडोल से की। वर्ष 1985 में वे सऊदी अरब चले गये और व्यापार शुरू किया। आज वहां उनका करोड़ों का बिजनेस है। सऊदी अरब में पार्टनरशिप में ट्रांसपोर्ट, कंस्ट्रक्शन, डायमंड और इंजीनियरिंग इक्यूप्मेंट्स का भी कारोबार है। इस कारोबार को उनका बेटा राहुल राणा संभाल रहा है। प्रकाश राणा सऊदी अरब में डायमंड समेत कई कंपनियों के मालिक हैं। इनकी रॉयल लाइफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घर के बाहर हेलीपैड बनाया हुआ है। अक्सर ये अपने घर प्राइवेट हेलिकॉप्टर से ही आते हैं। उनकी डायमंड कंपनी में 700 भारतीय काम करते हैं और उन्होंने अपने क्षेत्र के करीब 80 लोगों को भी वहां रोजगार दे रखा है।
3.32 अरब की संपत्ति के मालिक प्रकाश राणा ने जब चुनाव लड़ने का फैसला करने के बाद उन्होंने प्रमुख राजनीतिक दलों से चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग की, लेकिन जब किसी दल से उनको टिकट नहीं मिला तो उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा और जीते भी। निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद भी उनका किसी पार्टी से कोई बैर नहीं है। उनका मानना है उनके क्षेत्र का विकास होना चाहिये।
प्रकाश राणा की विशेष रुचि सामाजिक सेवा में है। राजनीति के जरिए लोगों की मदद करने के साथ ही वह समाज के कमजोर वर्ग की मदद के लिए गैर-लाभकारी धर्मार्थ ट्रस्ट भी चलाते हैं। साथ ही हिमाचल के स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष प्रयास करते हैं। अपना खाली समय प्रकाश राणा मधुर संगीत सुनते हुए बागवानी करके बिताते हैं। राणा कई देशों की यात्रा कर चुके हैं जिसमें सऊदी अरब, हांगकांग, अमेरिका, दुबई, फ्रांस, जापान, इंग्लैंड, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और कोरिया प्रमुख हैं।
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंड पर किये गये सर्वे में प्रकाश राणा को कुशल प्रबंधन कैटगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे तथा विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।