ओडिशा के विकास के इरादे रखते प्रणव प्रकाश दास
जाजपुर की जनता के सिरमौर प्रणव प्रकाश दास न सिर्फ दो बार वहां से विधायक रहे, बल्कि पूरे ओडिशा के सबसे कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में जिन विकास कार्यों की शुरुआत की थी उनका उत्तर उन्हें वहां की जनता ने दोबारा भारी मतों से विजयी बनाकर दिया है।
28 जून 1972 को जन्मे प्रणव प्रकाश दास अशोक दास के बेटे हैं जो खुद भी एक बहुत अच्छे पॉलीटिशियन थे और बीजू पटनायक के काफी करीब थे। उसके बाद जब प्रणव ने अपना पॉलीटिकल करियर शुरू किया तो वह नवीन पटनायक के करीब हो गये। प्रणव प्रकाश दास के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें बीजू जनता दल में खुद नवीन पटनायक ने पार्टी का संगठनात्मक सचिव नियुक्त किया है। अगर नवीन पटनायक के करीबी चंद लोगों का जिक्र होगा तो उनमें इनका नाम जरूर शामिल होगा। नवीन पटनायक के पांचवी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बनने का श्रेय काफी हद तक प्रणव प्रकाश दास को भी जाता है।
प्रणव प्रकाश दास ने राजनीति में ढेरों उठापटक देखी हैं। लेकिन उनकी निष्ठा हमेशा से पार्टी के प्रति देखी जा सकती है। दास उन मुट्ठी भर नौकरशाहों और राजनेताओं में से एक है जिन्हें नवीन पटनायक की लगातार पांचवीं बार सत्ता में वापसी के लिए श्रेय दिया जा सकता है। इस दौरान दास कई बार विपक्ष की बयानबाजियों का निशाना बने हैं ताकि लोग नवीन पटनायक तक न पहुंच सकें।
2014 के नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में प्रणव प्रकाश दास ऊर्जा मंत्री थे। जब उन्हें बीजू-नवीन के पांचवें कार्यकाल में मंत्री नहीं बनाया गया था तो बहुत तरह की बातें उठ रही थीं, लेकिन इन सब चर्चाओं को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी। उनको यह पद इसलिए दिया गया है क्योंकि उन्होंने ना सिर्फ 2014 और 2019 के चुनाव में खुद जीत हासिल की बल्कि उनकी मेहनत की बदौलत उपचुनाव में भी पार्टी का रुतबा बढ़ा।
लिखने पढ़ने का शौक रखने वाले प्रणव प्रकाश अपना जीवन नियमों के तहत जीना पसंद करते हैं। वह अपने क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्प है। प्रणव प्रकाश दास हमेशा समाजिक तौर पर सक्रिय दिखाई पड़ते हैं। चाहे वह सीनियर सिटीजन फोरम को लेकर कोई बात हो या फिर काउंसिल फॉर फार्मर या फिर कोई ओल्ड एज के लोगों के लिए कैंप लगाने की बात हो वह हर जगह अपनी मौजूदगी और अपनी सक्रियता प्रदर्शित करते हैं।
अपने क्षेत्र जाजपुर को लेकर वह काफी सजग है और इसके पुरातात्विक वैभव के संरक्षण के लिए प्रयासरत रहते हैं। उनका सपना है कि उनका जाजपुर एक कल्चरल हेरिटेज के रूप में देश विदेश में पहचाना जाये।
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंडों पर किये गये सर्वे में प्रणव प्रकाश दास को इरादे कैटेगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे तथा विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।