विकास की परिभाषा गढ़ रहे हैं वरिष्ठ आईएएस प्रवीर कृष्ण

"एक अंदाजे बयां ही रंग बदल देता है, वरना दुनिया में कोई बात नयी बात नहीं"।
आदिवासी क्षेत्रों के विकास को तीव्र गति प्रदान कर बड़े बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना- "प्रधानमंत्री वन-धन योजना" को सफल बनाने की जिम्मेवारी 1987 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण के कंधों पर है। वर्तमान में वे ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक हैं। ट्राइफेड भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है, जो देश भर के आदिवासी, वनवासी और जनजातियों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिये क्रियाशील है। यह संस्थान कुछ समय पहले एक सुप्त उपक्रम था, जिसे देश के भरोसे और सफलता के उदाहरण में बदलने का पूरा श्रेय कर्मठ और लगनशील आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण को जाता है। उन्होंने ट्राइफेड को मजबूत बनाने के साथ ही साबित कर दिया है कि जनकल्याण के लिये विकासवादी सोच जरूरी है।
प्रवीर बचपन से देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने सिविल सेवा को अपना लक्ष्य बनाया। पटना विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में प्रथम श्रेणी से पीजी की डिग्री प्राप्त करने के बाद वे यूपीएससी की सिविल सेवा के लिये चुने गये और इन्हें मध्य प्रदेश कैडर मिला। पहली पोस्टिंग महासमुंद में एसडीएम के पद पर हुई ।
प्रवीर कृष्ण की ख्याति "इमली कृष्ण" के तौर पर पूरे देश में तब फैली थी, जब बस्तर जिलाधिकारी के तौर पर उन्होंने इमली आंदोलन के दौरान आदिवासियों के 2400 स्वंय सहायता समूह को हर तरह से सक्षम बनाया, जो अत्यंत जन कल्याणकारी बना। वे जहां भी रहे उन्होने अपने कार्यों की एक अमिट छाप छोड़ी है। अंबिकापुर के जिलाधिकारी के रुप में उन्होने ग्रामीण विकास और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया परिणामस्वरूप पिछड़ा हुआ अंबिकापुर जिला राज्य के बेहतर जिलों में शामिल हो गया। इसके अलावे प्रबंध निदेशक के पद पर रहते हुए मध्य प्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन को सक्षम संस्था बनाना हो या राज्य में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के तौर पर "संपूर्ण स्वास्थ्य योजना" को प्रदेश में लागू कर सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव लाना , हर जगह इन्होने एक बड़ी छाप छोड़ी है। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान भी ये जहां भी रहे अपनी कार्यशैली की इन्होने अच्छी पहचान बनायी।
ये इकोनॉमिक पालिसी के अच्छा जानकार माने जाते है । इन्होने 2008-09 में आईआईएम , बैंगलोर से निगोशिएशन स्ट्रेट्रजी एंड पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की ट्रेनिंग भी ली है ।
अपनी दूरदर्शी , विकासपरक कार्यशैली , व्यक्तित्व , छवि और जन कल्याणकारी योजनाओं के कारण विशिष्ट पहचान रखने वाले वरिष्ठ आईएएस प्रवीर कृष्ण फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में 41 स्थान पर है।