उजड़ते आशियानों को बचाने वाले डॉ. विनय जायसवाल

उजड़ते आशियानों को बचाने वाले डॉ. विनय जायसवाल

छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ जैसे पिछड़े इलाके में प्रगति की अलख जगाने वाले विधायक डॉ. विनय जयसवाल की तमन्ना है कि उनके सपनों का शहर चिरमिरी, कोयला उत्खनन के चलते उजाड़ न बन जाये। क्षेत्र में जीवन सुचारू रूप से चले और कोयल उत्खनन के बाद तबाह होकर उजड़ते गांव में जीवन फिर से लौटे। विधायक बनने के बाद से ही इस दिशा में उनका निरंतर प्रयास जारी है जिसे व्यापक जन-समर्थनभी मिला है।

कोरिया जिले में स्थित चिरमिरी विनय जयसवाल की जन्मभूमि भी है जहां के महुआपारा में 29 सितंबर 1974 को उनका जन्म हुआ था। प्रारंभिक पढ़ाई स्थानीय स्कूल से करने के बाद उन्होंने रायपुर से एमबीबीएस और फिर एमएस की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने तीन साल के लिए चिरमिरी में अपनी सेवाएं भी दीं।

चिरमिरी में नौकरी के दौरान उनकी जिले के कलेक्टर से अनबन हो गयी जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर लोगों की सेवा करने का फैसला कर लिया। उनके इसी फैसले को कांग्रेस ने सम्मान दिया और उस समय के पार्टी अध्यक्ष नंदकुमार पटेल की प्रेरणा से वो राजनीति में आ गये। वर्ष 2008 से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहे डॉ. विनय को 2014 में टिकट नहीं मिला। इसके बावजूद उन्होंने अपनी समाजसेवा जारी रखी और जब 2018 में पार्टी ने उनपर भरोसा जताया तो वे भारी मतों से जीते।

फिर चाहे वह जल आवर्धन योजना जल्द से जल्द क्रियान्वयन हो, कॉलरी श्रमिकों को रिटायरमेंट के पश्चात एसईसीएल द्वारा उन्हें ही मकान का स्वामित्व देने का प्रयास हो या फिर डीएमएफ मद से नये डॉक्टरों की नियुक्ति हो वे हर मामलेमें अग्रणी रहे। स्कूलों में स्थानीय लोगों के बच्चों का दाखिला करवाने, उत्खनन समाप्ति के बाद लोगों को पट्टा दिलवाने आदि की हर छोटी-बड़ी समस्या को अहम मानकर उसे दूर करने में उनके प्रयास सराहनीय हैं। इतना ही नहीं. कोरोना की वजह से किये गये लॉकडाउन के दौरान डॉ. विनय जायसवाल खुद मालवाहक चलाकर खाद्य सामग्री पहुंचाने जरूरतमंद लोगों के बीच पहुंचाते थे।

कोयलांचल होने के कारण डॉ. विनय का जन्म स्थान आज एक बड़े गड्डे में तब्दील हो चुका है। वहां जीवन का नामोनिशान नहीं बचा है। सब लोगों को वहां से माइग्रेट होना पड़ा। अपने जन्म स्थान को यूं उजड़ता देख उन्होंने तय किया कि अब वे किसी और क्षेत्र को यूं बर्बाद नहीं होने देंगे। उनकी कोशिश है कि चिरमिरी और इसी तरह माइनिंग वाले इलाकों के लिए सरकार इस क्षेत्रों को विशेष स्थान घोषित कर इन क्षेत्रों को विशेष पैकेज दे ताकि इस स्थानों के लोगों का फिर री-हैब किया जा सके। यह मामला उन्होंने विधानसभा में भी उठाया और इसे अमली जामा पहनाने में प्रयासरत हैं। उनकी कोशिश है कि इन क्षेत्रों को वह तमाम सुविधाएं मिले ताकि वहां के लोगों का जीवन फिर से संवर सके।

फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंड पर किये गये सर्वे में डॉ. विनय जयसवाल को कामयाब कैटगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।

सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे तथा विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।