प्रशासनिक दूरदर्शिता और निष्पक्षता के लिए पहचाने जाते हैं विवेक कुमार सिंह
दूरगामी योजना बनाने और उसे सक्षमता से क्रियान्वयन करने में सफल आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार सिंह का 31 वर्ष के एडमिनिस्ट्रेटिव कैरियर में बेहतरीन ट्रैक रिकार्ड रहा है। विवेक कुमार सिंह बिहार कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे प्रशासनिक दायित्व को सफलता से निभाने के साथ ही बच्चों को बौद्धिक क्षमता विकास और मोटिवेशनल सहयोग करने के लिए भी जाने जाते हैं। विवेक कुमार सिंह वर्तमान में बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पद पर पदस्थापित हैं।
3 जुलाई 1964 को बिहार के एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे मेधावी विवेक कुमार सिंह ने शुरुआती शिक्षा पटना के सेंट माइकल स्कूल से की। वे शतरंज और बैडमिंटन के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में बीएससी (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की और स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया में जॉब ज्वाइन किया। कुछ समय बाद उन्होंने ने सिविल सर्विसेज में जाने का निर्णय लिया, वर्ष 1987 में उनका चयन इंडियन फारेस्ट सर्विसेज के लिए हुआ। वे आईएफएस के प्रोविजन पीरियड में थे, इसी बीच वर्ष 1989 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के लिए चयनित हो गये। ज्वाइनिंग के बाद उन्होंने अपनी सभी पोस्टिंग में दूरदर्शिता, और जवाबदेह कार्यशैली से अपने दायित्व का निर्वहन किया।
विवेक कुमार सिंह पाकुड़ और रोहतास के डीएम के तौर पर कम समय के कार्यकाल के दौरान ही ईमानदारी और व्यवहार कुशलता से जनता के बीच लोकप्रिय हो गये। 2005 में नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनते ही उन्हें पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट में अहम जिम्मेदारी दी। विवेक कुमार सिंह ने दो साल के कार्यकाल में बिहार के विकास कार्यो को सही तरीके से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा कर, बिहार की ईमेज को बेहतर बनाने में सफलता पायी। इस अवधि में उन्होंने अत्याधुनिक सूचना भवन का निर्माण करवाया और बिहार में नई विज्ञापन नीति प्रख्यापित किया। सकारात्मक विचारों से परिपूर्ण विवेक कुमार सिंह ने कला, संस्कृति, खेल एवं युवा विभाग के सचिव के तौर पर राज्य के युवाओं को खेल से जोड़ने और कला संस्कृति को आगे बढाने में बेहतरीन कार्य किया है, जिससे एक ओर राज्य के युवाओं में ऊर्जा का संचार हुआ, वहीं खो-खो, कबड्डी जैसे ग्रामीण खेलों को बढ़ावा मिला। उनके प्रयासों से राज्य में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का अच्छा खासा विकास हुआ। कृषि विभाग के प्रधान सचिव के तौर पर उन्होंने बिहार के कृषि मैप योजना में सार्थक योगदान दिया, देशभर में उनके इस प्रयास की सराहना हुई। वर्ष 2012 में उनके नेतृत्व में राज्य में उल्लेखनीय गेहूं उत्पादन के लिए भारत सरकार द्वारा कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया गया। बिहार के पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव के तौर उन्होंने राजगीर में जंगल सफारी एवं गया, जमुई, अररिया में जैव विविधता पार्क की परिकल्पना करने के साथ कार्य भी प्रारंभ करवाया।
विवेक कुमार सिंह ने समय-समय पर अपनी ऐडमिनिस्ट्रेटिव स्किल को बढाने के लिए कई प्रमुख संस्थानों से विशेष ट्रेनिंग प्राप्त की है, जिनमें 2000-01 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंशिंग, 2003-04 में आईआईएम, बैंगलोर से ई-गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट आफ आईटी और 2013-14 में नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स, शिमला से इंफ्रूविंग गवर्नेंस थ्रू अकाउंटेबिलिटी प्रमुख हैं। उनके द्वारा जर्मनी और मोरक्को में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में दिये गये भाषण की खासी चर्चा हुई थी।
विवेक कुमार सिंह विभिन्न अन्य विभागों में बेहतरीन कार्यों को करने के बाद बिहार में भूमि सुधार के क्षेत्र में लगातार कड़े कदम उठा रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में उलझे हुए भूमि विवाद को सुलझाने और भूमाफियाओं पर लगाम लगाने की दूरगामी योजना को मजबूती से लागू करने की जिम्मेदारी विवेक कुमार सिंह को दी। विवेक कुमार सिंह को ईमानदार, उत्कृष्ट कार्यशैली के साथ शानदार गवर्नेंस में महारत हासिल है। वे 2017 से लगातार इस दिशा में बेहतरी और राज्य की अंचल स्तर की लचर नौकरशाही पर भी लगाम लगाने का प्रयास कर रहे हैं। विवेक कुमार सिंह भू सर्वेक्षण का कार्य और म्यूटेशन के कार्य को ढंग से और समय सीमा के भीतर जमीन से जुड़े मामलों का निबटाने पर जोड़ दे रहे हैं।
विवेक कुमार सिंह की एक खासियत जो उन्हें अन्य लोगो से अलग करती है, वह है क्रॉसवर्ड पज्ल सॉल्व करना। क्रॉसवर्ड पज्ल पर उन्होंने "अंडरस्टैंड क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड स्टेप बाई स्टेप गाईड" नाम की किताब लिखी है। उनकी एक और किताब "पटना - अ मॉन्युमेंटल हिस्ट्री" नाम से प्रकाशित हुई है, जो अमेज़ॉन की बेस्टसेलर किताबों में शामिल है।
शानदार गवर्नेंस, गंभीरता और व्यवहार कुशलता, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच,जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, जैसे मुख्य बिंदुओं पर किए गए फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे असरदार ब्यूरोक्रैट्स 2021 में दूरदर्शी कैटगरी में विवेक कुमार सिंह प्रमुख स्थान पर हैं।