About Us

बदलनी है धरा तो निर्माण की नींव बदलें - 
फेम इंडिया , सोच बदलें समाज बदलेगा ।

फेम इंडिया मैगजीन की शुरुआत नौ वर्षों पूर्व एक सकारात्मक सोच और प्रयास के साथ हुई। स्वच्छ एवं सभ्य समाज का निर्माण सकारात्मक कार्यों की चर्चा और उनके क्रियान्वयन से ही हो सकता है। इसी कड़ी में हमारा प्रयास है कि मीडिया नकारात्मक सोच या चर्चा को बढ़ावा देने की बजाय उन सकारात्मक पहलुओं की भी चर्चा करे जो विकास को गति प्रदान करते हैं और जीवन को ऊर्जा से भर देते हैं। हमारा इरादा उन पक्षों को सामने लाने का है जिनसे लोग बदले, कार्य संस्कृति बदली और जिनसे देश और समाज में फैली निराशा विकास में तब्दील हुई। हम उनकी चर्चा करते हैं ,जहां जिंदगी अपनी सम्पूर्ण खुशियों के साथ धड़क रही है और जहां नये भारत की तस्वीर गढ़ी जा रही है। हमारा मानना है कि सकारात्मक मूल्यों और बदली कार्य संस्कृति से ही युवा क्रियात्मकता को गति मिलती है । इसीलिए फेम इंडिया ने नौ वर्ष पहले सकारात्मकता का मार्ग अपनाया और इसे एक देश भर में सफल मुहिम बनाई।

फेम इंडिया मैगजीन का प्रयास अपने हर अंक में हर महीने देश और समाज के विकास के लिए सच्चे मन से प्रयास कर रहे ढेर सारे लोगों में कुछ चुनिंदा लोगों को सामने लाने का रहती है जो अन्य के लिए प्रेरणास्रोत बन सकें । फेम इंडिया हर साल युवाओं , समाज सेवियों , सशक्त नारीयों , शिक्षाविदों , सांसदों , केंद्रीय व राज्यों के  मंत्रियों , ब्यूरोक्रेट्स , आईपीएस सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों से सर्वे द्वारा प्रमुख कुछ नाम का चुनाव करवाती है ‌, इसके लिए हम समय समय पर प्रतिष्ठित सर्वे एजेंसी का सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों के जानकार लोगों की राय लेते हैं । इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हमने वर्ष 2018 में फेम इंडिया श्रेष्ठ सांसद अवार्ड की शुरुआत की । क्योंकि 
भारतीय लोकतंत्र में संसद की सबसे अहम भूमिका है। आम जनता ये जानना व बताना भी चाहती है कि उनके प्रतिनिधि  कितना योगदान दे रहे है। इसी कड़ी में हमने देश के ऐसे ही सांसदों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रसिद्ध सर्वे एजेंसी एशिया पोस्ट के साथ मिल कर ऐसे कर्मयोद्धा लोकसभा सदस्यों को सामने लाने की कोशिश की, जो अपने कार्यों के प्रति समर्पित रहे। इस सर्वे में वर्ष 2018 एवं वर्ष 2019 में 25 -25 ऐसे सांसदों को चुना गया , जो अपनी-अपनी श्रेणी में श्रेष्ठ होने की प्रतिभा रखते थे। जिन्होंने संसदीय परंपरा का निर्वहन करते हुए अपने क्षेत्र के कल्याण और क्षेत्रवासियों के साथ संपर्क में सामंजस्य बनाये रखा। जिनके कार्यों को देखते हुए लगता था

 मानो वे कहना चाहते हों-
" आसमां छूने की ज़िद है अगर, तो हौसले बुलंद चाहिये,  पंखों में रखा क्या है चलो आसमॉं को झुका कर ही देख लें"

भारतीय संसद के प्रति सम्मान , लोकतंत्र की खूबसूरती और जनता के विश्वास के प्रतीकात्मक तौर पर फेम इंडिया इन सभी सांसदो को सम्मानित करने के लिये " फेम इंडिया श्रेष्ठ सांसद अवार्ड " का आयोजन किया । फेम इंडिया श्रेष्ठ सासंद अवार्ड वर्ष  2018 एवं फेम इंडिया श्रेष्ठ सासंद अवार्ड वर्ष 2019 से सम्मानित सांसदों में वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला जी, केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत जी, केंद्रीय मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय जी, केंद्रीय मंत्री  प्रहृलाद सिंह पटेल जी, डॉ किरीट भाई सोलंकी जी,  दुष्यंत चौटाला जी,  सुप्रिया सुले जी, संजय जायसवाल जी, एन के प्रेमचंद्रन, कलिकेश सिंह देव जैसे अन्य कई प्रमुख नाम शामिल रहे। श्रेष्ठता को सम्मान देने की इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हमने वर्ष 2019 से फेम इंडिया सर्वश्रेष्ठ मंत्री अवार्ड की शुरुआत की है। 

वस्तुतः भारत की शासन व्यवस्था केन्द्रीय और राज्यकीय दोनों ही सिद्धान्तों का मिश्रण है। जहां एक तरफ रक्षा, विदेश, रेलवे, हवाई मार्ग, जलमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि कुछ महत्त्वपूर्ण विषय केंद्र सरकार के अधीन आते हैं, वहीं प्रशासन, कानून- व्यवस्था, राज्यों की सड़कें, बिजली-पानी, नहर व सिंचाई आदि लोगों की रोजमर्रा जिंदगी से जुड़े अहम विषय राज्य सरकारों के कार्यक्षेत्र में आते हैं। जिस प्रकार केंद्र की सरकार पूरे देश के लिये योजना बनाती है उसी प्रकार राज्यों की सरकारें अपने कार्यक्षेत्रों के अधीन आने वाले विषयों पर कार्य करती हैं।

फेम इंडिया ने राज्य सरकारों के मंत्रियों की भी रेटिंग की, राज्यों की सरकारें सीधे तौर पर आम नागरिकों से जुड़ी होती हैं इसलिये इनका सक्षम और सक्रिय होना नितांत आवश्यक माना जाता है। इसी क्रम में उन मंत्रियों का आकलन भी जरूरी था, जो अपने-अपने राज्यों में प्रशासन की बागडोर सुचारू रूप से चला रहे हैं। यह अपनी तरह का पहला सर्वे है जिसमें देश भर के मंत्रियों को शामिल कर उनकी रेटिंग की गयी है।
फेम इंडिया ने देश भर के सभी राज्य सरकारों के मंत्रिमंडलों का सर्वेक्षण प्रमुख रेटिंग एजेंसी एशिया पोस्ट से करवाया ‌। इनके आकलन में कई महत्त्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखा गया. राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस सर्वे से बाहर रखा गया।

हम आगे भी समाज में सकारात्मक माहौल और सोच में बदलाव के लिए विभिन्न क्षेत्रों के आदर्श कार्य कर रहे लोगों को सर्वे और रेटिंग द्वारा सामने लाने का कार्य करते रहेंगे । आप सबों से अनुरोध है फेम इंडिया के इस सकारात्मक मुहिम का आप भी हिस्सा बने और हमें सुझाव दें।

हमारा मानना है कि सोच बदलने से ही बदलता है समाज।