प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं भारत के सार्वाधिक प्रभावशाली व्यक्ति

पीएम मोदी हैं भारत के सार्वाधिक प्रभावशाली व्यक्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं भारत के सार्वाधिक प्रभावशाली व्यक्ति

नरेंद्र दामोदरदास मोदी भारत के पंद्रहवें प्रधानमंत्री हैं। वे लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं औऱ स्वतंत्र भारत में जन्मे पहली ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। नरेंद्र मोदी देश की जनता के बीच खासे लोकप्रिय हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय सदस्य भी हैं।

17 सितम्बर 1950 को गुजरात के मेहसाना जिले के वडनगर में एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, नरेंद्र मोदी के विषय में कहा जाता है कि उन्होंने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टॉल चलाया। आठ साल की उम्र में ही वे आरएसएस से जुड़ गये। स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया, और देश भर में स्वयंसेवक के तौर पर घूम-घूम कर सेवा कार्यों में जुटे रहे। 1969-70 के दौरान वे गुजरात लौटे और अहमदाबाद चले गये। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गये। जब 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश भर में आपातकाल लगा कर विपक्षी नेताओं की प्रताड़ना शुरू की तो उस दौरान उन्होंने भूमिगत होकर आंदोलन का संचलन किया। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे भाजपा में सचिव के पद पर पहुँचे।  

वर्ष 2001 में गुजरात  के भुज में भूकंप ने भारी तबाही मचायी और प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल अपनी कमजोर सेहत के कारण बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में पार्टी की गिरती साख को सुधारने के लिये तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया। वे जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गये। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को लोकप्रिय व आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाला माना जाता है।

उनके नेतृत्व में भारत की भाजपा ने एनडीए के साथ मिलकर वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 336 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। अकेले भाजपा को 282 सीटें हासिल हुईं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं गुजरात के वडोदरा से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। उनके राज में भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एवं बुनियादी सुविधाओं पर खर्च तेज़ी से बढ़ा। उन्होंने ब्युरोक्रैसी में कई सुधार किये तथा योजना आयोग को हटाकर नीति आयोग का गठन किया। इसके बाद वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने उनके नेतृत्त्व में दोबारा चुनाव लड़ा और इस बार पहले से भी ज्यादा बड़ी जीत हासिल हुई। पार्टी ने कुल 303 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा के समर्थक दलों यानी एनडीए को कुल 352 सीटें प्राप्त हुईं। 30 मई 2019 को शपथ ग्रहण कर नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने।

इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं॥[10] माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर (4.5करोड़+, जनवरी 2019) वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने भी प्रधानमंमोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है।

अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी भी एक कवि हृदय राजनेता हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगभग 99.6 फीसदी लोगों ने जननायक और बेहद प्रभावशाली व्यक्ति माना है।