मिट्टी से जुड़े कर्मठ राजनेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

मिट्टी से जुड़े कर्मठ राजनेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

नरेंद्र सिंह तोमर बीजेपी में तेजी से उभरते नेता और कुशल प्रशासक के तौर पर जाने जाते हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी की टीम के सबसे विश्वस्त सिपहसलारों में से एक माने जाते हैं और फिलहाल तीन महत्त्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाल रहे हैं। उनकी अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मोदी सरकार पार्ट-1 में उनके पास पाँच अहम सरकारी विभागों की कमान बतौर कैबिनेट मंत्री थी। वर्ष 2009 से ही लोकसभा में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने वाले तोमर लगातार तीसरी बार सांसद चुने गये हैं। 

12 जून 1957 को ग्वालियर में संपन्न किसान मुंशी सिंह तोमर और उनकी पत्नी शारदा देवी के घर जन्मे नरेंद्र की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की और इस दौरान वे छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे। 1980 में बीजेपी युवा मोर्च के नगर अध्यक्ष के पद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 1983 से 87 तक ग्वालियर नगरनिगम के पार्षद रहे। 1998 और 2008 में वे ग्वालियर से बीजेपी के विधायक रहे। 2003 से 2007 तक वे उमा भारती, बाबूलाल गौड़,  शिवराज सिंह चौहान जैसे मुख्यमंत्रियों के मंत्रिमंडल में अलग-अलग विभागों के मंत्री बने। उन्हें बेहतरीन काम करने के लिए उस वक्त के लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने उत्कृष्ट मंत्री के रुप में सम्मानित किया था। वे वर्ष 2008 और 2012 में मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष रहे । 2009 में वे पहली बार मुरैना से लोकसभा में पहुंचे । 2014 में वे ग्वालियर से सांसद बने । 2019 में एक बार फिर मुरैना लोकसभा सीट से चुने गए ।

नरेंद्र सिंह तोमर आरएसएस की शाखा से निकले भाजपा नेता हैं और पार्टी में उनकी छवि काफी अच्छी है। उनकी संगठनात्मक क्षमता और प्रशासनिक पकड़ बेजोड़ है। वे बीजेपी के अहम  रणनीतिकार माने जाते हैं। वे किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और कायदे-कानून से काम करने में विश्वास रखते हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के भरोसेमंद नेताओं में से एक माने जाते हैं। पीएम आवास योजना मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में महत्वाकांक्षी योजना थी। इस योजना को ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए उन्होंने बखूबी निभाया। पीएम मोदी ने इसे देखते हुए उन्हें कृषि मंत्री की जिम्मेदारी दी। उन्हें देश में किसानों की दशा को सुधारने का एक बेहतर अवसर मिला है।
 
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लक्ष्य निर्धारित काम करते हैं। वे नियत समय में कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में विश्वास करते हैं। किसानों की समस्या से पूरी तरह वाकिफ हैं। किसानों के प्रति पीएम मोदी की सोच को वे भलीभांति जानते हैं । सरकार की योजनाओं का लाभ आम लोगों को मिले ये उनकी प्राथमिकता रही है। भारत कृषि प्रधान देश रहा है। आधुनिकता के दौर में हमारे किसानों के जीवन स्तर में तेजी से गिरावट आयी है। ऐसे में बतौर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लिए किसानों की स्थिति को सुधारना एक चुनौती है। सरकार के लक्ष्य के मुताबिक किसानों की आय को दोगुना करना उनकी प्राथमिकता है। उन्हें किसानों के लिए स्वायल कार्ड और खाद-बीज और सस्ते ऋण उपलब्ध कराने में तेजी लानी होगी।  किसानों के लिए अनाज बाजार की व्यवस्था अहम हैं। किसानों  को उपज की बेहतर कीमत मिले। 

नरेंद्र सिंह तोमर, मध्यप्रदेश की राजनीति में कद्दावर नेता है, जिसने देखते ही देखते केंद्र की राजनीति में अपना कद इतना मजबूत कर लिया कि विरोधियों के लिए उन्हें नजरअंदाज कर पाना लगभग नामुमकिन हो गए। वे अपने दायित्वों के प्रति बेहद संवेदनशील रहते हैं । वे सामाजिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यों का आयोजन करने में रुचि रखते हैं। इसके अलावा, गरीबों की मदद, रक्तदान शिविरों के आयोजन और वृक्षारोपण में उनकी विशेष रुचि है। वे फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में 25वें स्थान पर हैं।