कर्म को सफलता का राज मानते हैं जिलाधिकारी यशेंद्र सिंह
यशेंद्र सिंह हैं लोकप्रिय जिलाधिकारी

हरियाणा में रेवाड़ी के जिलाधिकारी यशेन्द्र सिंह अपने उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। प्रशासन से जुड़ी किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी को बखूबी निभाने में उन्हें महारत हासिल है। उनकी नजर में कर्म ही सर्वाधिक प्रधान है।
यशेन्द्र सिंह का जन्म रोहतक में हुआ। वे शिक्षा और प्रशासनिक बैकग्राउंड वाले परिवार से आते हैं। उनका पैतृक स्थान हरियाणा के जींद जिले में पड़ता हैं। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की ।
2011 बैच के यशेंद्र सिंह को शुरुआती पोस्टिंग मिली गुरुग्राम के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में। वहां उन्होंने अनुकरणीय सुधार किया और पहली बार इस नगर में ऑर्गनाइज्ड सिटी बस सर्विस शुरू की। यह सिलसिला आगे बढ़ा और प्रशासनिक सुधार को उन्होंने सार्वजनिक सेवा से जोड़कर अपनी प्रतिबद्धता दिखायी। दरअसल यशेन्द्र सिंह ने प्रशासनिक सेवाओं में धैर्य और लोकतांत्रिक निर्णय लेने के साथ सभी जिम्मेदारियों को पूरा करने में उत्कृष्ट कार्य शैली का प्रदर्शन किया है। उन्होंने हरियाणा के रेवाड़ी में सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया है, जिससे रेवाड़ी के प्रशासन को लोकप्रिय और अत्यधिक कुशल बनाया जा सका।
कर्म को पूजा मामने वाले यशेन्द्र सिंह ने कोरोना काल में अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से अंजाम तक पहुंचाया। कुशल प्रशासक का परिचय देते हुए यशेंद्र सिंह 3 फरवरी 2020 को ही कोविड -19 संक्रमण की रोकथाम के लिए रेवाड़ी में डिस्ट्रिक्ट कन्टेनमेंट प्लान बनाकर कार्य शुरू किया। परिणाम यह रहा कि कोरोना वायरस से रेवाड़ी जिला प्रदेश में सबसे कम प्रभावित रहा। रेवाड़ी में सभी का हैल्थ सर्वे किया, लोगों को वैश्विक महामारी के प्रति सजग किया आईएलआई के लक्षण मिले लोगों का तुरंत ईलाज किया गया। उन्होंने 25 हजार प्रवासी मजदूरों के घर वापसी को सुनिश्चित किया और उनके खाने व चिकित्सा आदि की व्यवस्था करवायी। प्रदेश के राज्यपाल सत्येंद्र नारायण आर्य और सीएम मनोहर लाल खट्टर उनके कार्यों की तारीफ कर चुके हैं। फरवरी 2020 में हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित ‘सक्षम’ परीक्षा में रेवाड़ी को रैंक-1 हासिल हुआ। इस परीक्षा में छात्रों के सीखने के लेवल की जांच होती है । इतना ही नहीं उनके नेतृत्व में हरियाणा के सार्वजनिक सेवा वितरण मंच में ‘अंत्योदय सरल’ में भी रेवाड़ी पहले नंबर पर रहा।
बतौर जिलाधिकारी यशेन्द्र सिंह ने विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान आम जनता को जागरूक करने में अहम भूमिका निभायी और ‘बेस्ट परफॉर्मेंस स्टेट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। साथ ही उनकी प्रशासनिक सूझबूझ की वजह से रेवाड़ी में सड़क हादसों में करीब 40 प्वाइंट की कमी आयी और सेक्स रेशियो यानी लिंगानुपात 2016 में 870 थी, 2019 मे बढ़कर 919 हो गयी है। नवंबर 2019 में जिले के स्थापना दिवस की 30 वीं सालगिरह रेवाड़ी दिवस के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया गया जो एक पखवाड़े तक चला। इससे लोग राज्य की संस्कृति और रेवाड़ी की मिट्टी से वाकिफ हुए। रेवाड़ी जिले में युवाओं में अनुशासन और सेहतमंद जीवन के लिये ‘एक स्वस्थ नागरिक, स्वस्थ राष्ट्र’, ‘रन फॉर यूथ’ राष्ट्रीय युवा दिवस मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें पूरे उत्साह के साथ करीब 50 हजार से अधिक स्थानीय लोगों ने भाग लिया। जिलाधिकारी यशेन्द्र सिंह की कार्यशैली की बदौलत रेवाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर ‘ग्रामीण स्वच्छता अवार्ड 2019’ मिला है।
फेम इंडिया और एशिया पोस्ट का सर्वे शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि दस मानदंडों पर किये गये सर्वे में "शख्सियत" कैटेगरी में यशेन्द्र सिंह श्रेष्ठ जिलाधिकारी पाये गये हैं।