सुधारवादी पर प्रशासनिक तौर पर सख्त हैं ऋतु महेश्वरी

सुधारवादी पर प्रशासनिक तौर पर सख्त हैं ऋतु महेश्वरी

सुधारवादी पर प्रशासनिक तौर पर सख्त हैं ऋतु महेश्वरी

सख्त तेवर, ईमानदारी और सबसे पहले ज़िम्मेदारी- इन तीन बातों से अपनी पहचान बनाने वाली आईएएस ऑफिसर ऋतु माहेश्वरी को प्रशासनिक हलकों में एक बेहद काबिल और कड़क अधिकारी माना जाता है। ऋतु माहेश्वरी को जो भी ज़िम्मेदारी मिलती है, पहले दिन से ही उनके प्रशासनिक क्षेत्र में आने वाले सारे विभाग नियम और कानून के ढांचे में काम करना शुरू कर देते हैं। कोताही, लापरवाही और हीलाहवाली को तनिक भी बर्दाश्त न करने वाली ऋतु माहेश्वरी काम के प्रति समर्पित और डेडलाइन के मुताबिक काम करने वाली ऑफिसर हैं।उत्तर प्रदेश में नोएडा अथॉरिटी की सीईओ की ज़िम्मेदारी संभालते ही ऋतु माहेश्वरी ने सरकार से ठगी करने वाले और लोगों का पैसा लेकर भी उन्हें मकान न देने वाले बिल्डरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने ऐसे तमाम बिल्डरों की लिस्ट बना ली जिन पर ऑथोरिटी का भी भारी भरकम पैसा बाकी है। यह रकम लगभग 16 हज़ार 500 करोड़ बतायी जा रही है और इसको देने में बिल्डर लंबे समय से आनाकानी कर रहे हैं। उन्हें प्राधिकरण चलाने का अच्छा खासा अनुभव है। इससे पहले वे मेरठ और हापुड़-पिलखुआ प्राधिकरण में उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। सरकारी पैसों की वसूली करवाने में उनका शानदार ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। जब वे उत्तर प्रदेश सरकार की कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी में काम कर रही थीं तब उन्होंने बिजली चोरी पर न सिर्फ लगाम कस दी थी बल्कि बिजली की चोरी रोकने के लिये बड़े पैमाने पर डिजिटल मीटर लगवा दिये। नतीजा ये हुआ कि कंपनी का नुकसान 30 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत पर आ गया। मूल रूप से हरियाणा के पंचकुला की रहने वाली ऋतु माहेश्वरी 2003 बैच की उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस हैं। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रैजुएट ऋतु माहेश्वरी  ग़ाज़ियाबाद, गाज़ीपुर, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद और पीलीभीत में डीएम रह चुकी हैं। साथ ही इन्होने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में भी प्रमुख कार्य किया है । खास बात यह है कि वे अपने सख्त स्वभाव और भ्रष्टाचारियों के आगे न झुकने वाली प्रवृत्ति को प्रकृति प्रदत गुण मानती है । लोगों का  मानना है कि जन सेवा और राष्ट्र विकास ही उनकी प्राथमिकता है और वे इसके इसके लिए सदैव प्रयासरत रहती हैं। उन्हें सरकारी कामकाज को कंप्यूटराइज्ड करने के लिए ई गवर्नेंस में नैशनल अवार्ड भी मिल चुका है। यूएन हेडक्वार्टर, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए उन्हें  'अवार्ड फॉर एक्सिलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' से सम्मानित किया जा चुका है।  यह उनके स्वास्थ्य के क्षेत्र में नये प्रयोग 'आरोग्यम' के लिये मिला है। इस प्रोजेक्ट को अब उनके नाम से पेटेंट भी कर दिया गया है। शानदार गवर्नेंस , दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच , अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता, जवाबदेह कार्यशैली जैसे मुख्य बिंदुओं पर किए गए फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे असरदार ब्यूरोक्रैट्स 2019 में ऋतु माहेश्वरी प्रमुख स्थान पर हैं।