असरदार वक्ता हैं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा
असरदार वक्ता हैं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा

17वीं लोकसभा में जहां पूरे देश में मोदी लहर चल रही थी, वहीं महाराष्ट्र के अमरावती से एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर संसद पहुंचने वाली नवनीत राणा ने सबको चौंका दिया। उनकी जीत इसलिये भी महत्त्वपूर्ण है कि पिछले चुनाव में वे एनसीपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव हार चुकी थीं । साफ है कि ये जीत पूरी तरह उनके व्यक्तित्व, जनसंपर्क और समाजसेवा को समर्पित रही। नवनीत राणा 3 जनवरी 1986 को मुंबई में जन्मीं और वहीं पली बढ़ी हैं। उनके पिता सेना में अधिकारी थे और उनका परिवार मूलतः पंजाबी है। वे मुंबई के कार्तिक हाई स्कूल से पढ़ीं और 12 वीं पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ कर मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने म्यूजिक एल्बमों, कन्नड़ फिल्म , तेलुगु फिल्म, हिन्दी फिल्म के अलावे तमिल, मलयालम और पंजाबी आदि भाषाओं की फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। 2 फ़रवरी 2011 को नवनीत कौर ने महाराष्ट्र के बड़नेरा से विधायक रवि राणा के साथ विवाह कर लिया। राजनीति और ग्लैमर के इस संगम को विधायक राणा ने सामूहिक विवाह समारोह बना दिया जिसमें करीब 3000 जोड़ों ने शादियां की। इस शादी को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दुनिया के सबसे बड़े विवाह समारोह के तौर पर जगह मिली। इस शादी समारोह में विवाह के बंधन में बंधे जोड़ों में 350 जोड़े नेत्रहीन और 470 जोड़े शारीरिक रूप से विकलांग लोगों का था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें एनसीपी ने टिकट दिया, लेकिन वे सफलता नहीं पा सकीं। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और क्षेत्र की जनता के लगातार संपर्क में रहीं। उनकी इसी मेहनत का नतीजा रहा कि वर्ष 2019 के चुनाव में उन्होंने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी, शिवसेना के दिग्गज माने जाने वाले आंनंदराव अड़सुल को हरा कर इतिहास रच दिया। जब उन्हें पहली सैलरी मिली तो उन्होंने पूरी रकम मुख्यमंत्री राहत कोष में सूखा पीड़ितों के लिये दान कर दिया। उन्होंने समाजसेवा और जनसंपर्क अभियान को सांसद बनने के बाद भी नहीं छोड़ा है और अपने कार्यों से लोगों के और करीब हो रही हैं।
25 सशक्त महिला 2020 के फेम इंडिया - एशिया पोस्ट सर्वे में नवनीत राणा "असरदार" कैटगरी में प्रमुख स्थान पर है ।