देश के सबसे प्रभावशाली ब्यूरोक्रैट्स में शुमार अजय कुमार भल्ला
भारत के गृह सचिव अजय कुमार भल्ला असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें देश के सबसे कुशल प्रशासकों और कुशल रणनीतिकारों में से एक माना जाता है। वे चुनौतीपूर्ण कार्यों को सहज तरीके से निपटाने के लिए जाने जाते हैं। निवर्तमान गृह सचिव के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद देश की आतंरिक स्थिति और चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय को एक जिम्मेदार, कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार हो सेक्रेटरी की दरकार थी। ऐसे में अजय कुमार भल्ला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली चयन समिति ने अगस्त 2019 में गृह सचिव बनाने पर मुहर लगा दी।
जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ आईएएस ऑफिसर अजय कुमार भल्ला ने कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020 में भारत में लॉकडाउन लागू होने के दौरान गृह सचिव के तौर पर अपने काम को बहुत ही अच्छे ढंग से निभाया। उनकी उत्कृष्ट कार्यशैली और निर्णय लेने की क्षमता के कारण मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति की ओर से गृह सचिव अजय कुमार भल्ला का कार्यकाल 30 नवंबर 2020 से आगे बढ़ा कर 22 अगस्त 2021 तक कर दिया गया ।
वर्तमान पेंडेमिक के दुसरे दौर में भी लोगो के हित, जनमानस की सुरक्षा, सहायता, महामारी से बचाव और रोकथाम के लिए उन पर बड़ी जिम्मेदारी है।
मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले अजय भल्ला का लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है। उन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बॉटनी में एमएससी और सोशलॉजी में एमफिल भी किया है। आईएएस के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अजय कुमार भल्ला असम एवं मेघालय तथा केंद्र सरकार में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री भी हासिल की है।
अजय कुमार भल्ला प्रशासनिक लिहाज से गंभीर इंसान हैं। वे अपने दायित्वों को भलीभांति जानते हैं। देश की आतंरिक सुरक्षा और संवेदनशील मसलों की अहमियत को समझते हैं और समय पर खास रणनीति बनाने में माहिर हैं। आतंकवाद, नक्सलवाद और कोरोना जैसे मामलों में उन्हें अपने प्रशासनिक अनुभव से देश की सेवा का अहम अवसर मिला है। लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को लेकर उनके काम की तारीफ हुई है। कठिन समय में सख्ती से सरकारी आदेश को लागू करवाना उनकी खासियत रही है। वे सरकारी कार्यों में किसी प्रकार की कोताही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करते। कोरोना काल में डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ के अंतर-राज्यीय आवाजाही को जरूरत के मुताबिक उन्होंने सुगम बनाया है। वे संकट और विषम परिस्थितियों में बेहद शात रहकर काम करते हैं।
असम में अजय कुमार भल्ला ने आंतरिक अस्थिरता पर लगाम कसने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी | उन्होंने वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा कश्मीर को लेकर लिए गये बड़े फैसला के बाद वहाँ के हालात सामान्य कर अपनी कुशल रणनीतिकार की छवि को कायम रखा। देश की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों, कश्मीर में आतंकवाद, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर से उग्रवाद को खत्म करने में भी अजय कुमार भल्ला के अनुभव का खासा लाभ देश को मिल रहा है। इससे पहले वे देश के ऊर्जा सचिव के तौर पर नियुक्त थे, जहां उन्होंने उत्कृष्ट सोच और जवाबदेह कार्यशैली का बेहतरीन प्रदर्शन किया, सौभाग्य योजना को पुरे देश में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन उनकी शानदार गवर्नेंस क्षमता को साबित करता है। ऊर्जा मंत्रालय से पहले उनके पास फॉरेन ट्रेड के डीजी का ओहदा था और इस भूमिका में भी उन्होंने सरकार के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया।
सज्जन व्यक्ति की छवि वाले अजय कुमार भल्ला को मिलनसार और बेहतरीन इंसान माना जाता है। कहा जाता है कि वे अपने फैसलों में इंसानियत को सबसे ऊपर रखते हैं।
शानदार गवर्नेंस, गंभीरता और व्यवहार कुशलता, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच,जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, जैसे मुख्य बिंदुओं पर किए गए फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे असरदार ब्यूरोक्रैट्स 2021 में प्रभावशाली कैटगरी में अजय कुमार भल्ला प्रमुख स्थान पर हैं।