चुनौतियों को पार पाने का हुनर जानते हैं  प्रत्यय अमृत 

चुनौतियों को पार पाने का हुनर जानते हैं  प्रत्यय अमृत 

अनुशासित और चुनौतियों से मुकाबला का हुनर जानने वाले प्रत्यय अमृत वर्तमान में बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव हैं। कोविड 19 वैश्विक महामारी के समय में जब बिहार में स्थितियां बेकाबू होने लगीं तब जुलाई 2020 में  प्रत्यय अमृत की नियुक्ति उनके कुशल प्रशासनिक कौशल को देखते हुए की गई। राज्य के तेजतर्रार , काबिल और टारगेट के मुताबिक काम करने वाले 1991 बैच के आईएएस  प्रत्यय अमृत कर्मयोद्धा ऑफिसर है। वर्तमान में वो बिहार के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव हैं। 

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कॉलेज से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट व्यवहार कुशल प्रत्यय अमृत डीयू के टॉपर रहे हैं । बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले प्रत्यय अमृत को शैक्षणिक माहौल विरासत में मिला है। उनके पिता बीएनमंडल युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे और मां प्राध्यापक थीं। पोस्टग्रेजुएशन के बाद प्रत्यय अमृत ने भी बतौर लेक्चरार साउथ कैंपस के नामी वेंकेटेशा कॉलेज ज्वाइन किया, परन्तु वर्ष 1991 में उनका सेलेक्शन सिविल सेवा के लिए हो गया और टॉप रैंकिंग के कारण होम कैडर बिहार मिला। वर्ष 1997 में वो सारण के जिला अधिकारी बनाये गये तो ईमानदारी और सख्त रवैये के कारण कई राजनेता और प्रभावशाली लोग उनके दुश्मन बन गये।।  1997 से 2000 तक मात्र तीन वर्ष में उन्हें चार बार ट्रांसफर कर दिया गया। इस दौरान वे सारण , जहानाबाद, पटना व कटिहार के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बने। हर जगह उनका कार्य उत्कृष्ट ही रहा। वर्ष 2000 में पहली बार वे राज्य विद्युत बोर्ड के सचिव बनाये गये, परन्तु जल्दी ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली चले गये।

2006 में ये अपने कैडर बिहार वापस आये और तब राज्य अपनी सबसे बड़ी समस्या टूटी-फूटी सड़क एवं जर्जर पुलों से जुझ रहा था। तत्कालीन मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने उन्हे सबसे चुनौतीपूर्ण राज्य पथ एंव पुल निर्माण विभाग का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया। उन्होंने जुलाई 2009 तक पूरी परिस्थिति बदल कर रख दी। वर्ष 2009 में उन्हें पथ निर्माण विभाग का सचिव सह परियोजना निदेशक बनाया गया, जहां वे 2013 तक रहे। प्रत्यय अमृत को साल 2011 में प्रधानमंत्री लोक प्रशासन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया। जून 2014 में उन्हें बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर और ऊर्जा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाये गये। नवंबर 2018 में बिहार के सभी गांवों के विद्युतीकरण का काम उनकी अगुवाई में ही पूरा हुआ। उन्होंने राज्य सरकार के सात निश्चयों में सबसे प्रमुख हर घर बिजली के वादे को रिकार्ड समय में पूरा कर यह साबित कर दिया कि उन्हें अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता वाला दूरदर्शी ब्यूरोक्रेट यूँ ही नहीं माना जाता। 

राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने जुलाई 2020 में प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग का नया प्रधान सचिव बनाया और साथ ही आपदा प्रबंधन का भार भी उनके ही जिम्मे रखा गया। स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग की कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका थी। उन्होंने कार्यभार संभालते ही राज्य में जांच का दायरा बढ़ाया, साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए जरूरी प्रोटोकॉल बनाया। लोगों में जागरुकता लाने के साथ ही डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों का राज्य के स्वास्थ्य विभाग के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करने में सफल रहे। इस तरह वर्ष 2020 में कोरोना नियंत्रण में बिहार देशभर में श्रेष्ठ राज्य साबित हुआ। कोविड-19 के दौरान नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए की गयी अभिनव पहल को भारत सरकार ने भी सराहा और बतौर बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को डिजिटल इंडिया अवॉर्ड देकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया।  

कोविड  के दूसरे संक्रमण काल से राज्य के बचाव के लिए तमाम प्रयासों को प्रतियय अमृत पूरी मजबूती से करने में जुटे हैं। वे राज्य में कोरोना टीकाकरण में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। वो राज्य में नये प्रोटोकॉल लाने और डाटा सेंटर को मजबूत करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इस, समय में उनके  द्वारा किये जा रहे कार्यों को एक कर्मयोद्धा की तरह देखा जा रहा है। फिलहाल विकट समय में वो बिहार राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता जैसे मुख्य बिंदुओं पर किये गये फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे 'असरदार ब्यूरोक्रेट्स -2021' में प्रत्यय अमृत "कर्मयोद्धा श्रेणी" में प्रमुख स्थान पर हैं।