लोगों के दिलों पर राज करते अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग नाम है एक ऐसी शख्सियत का जो किसी रियासत पर नहीं, बल्कि जनता के दिलों पर राज करते हैं। वे युवावस्था में ही अपने सफल नेतृत्व का कमाल दिखा चुके हैं और पंजाब के गिद्दरबहा सीट पर लगातार दो बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का जन्म 29 नवंबर 1977 को पंजाब के मुक्तसर साहिब के वड़िंग गांव में हुआ। उनके पिता का नाम कुलदीप सिंह और माता का नाम मलकीत कौर था। उनके माता-पिता कम आयु में ही चल बसे थे, इसलिये उनका लालन-पालन उनके ननिहाल सोठा गांव में हुआ। उन्हें प्यार से राजा सोठा कहते थे, लेकिन जब वे बड़े हुए तब उन्होंने अपने पैतृक गांव के नाम पर राजा वड़िंग लिखना ळुरू कर दिया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा हिमाचल प्रदेश और पंजाब में हुई। उन्होंने युवावस्था में ही कांग्रेस की सदस्यता ज्वाइन कर ली और गिद्दरबहा से टिकट हासिल कर वहां के चार बार के एमएलए मनप्रीत बादल को हरा दिया। उनकी इस जीत ने तहलका मचा दिया।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को उनके जोरदार भाषणों और तल्ख तेवरों के कारण फायरब्रांड नेता के तौर पर जल्दी ही प्रसिद्धि मिल गयी। उनकी चर्चा इतनी बढ़ी कि खुद कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने उन्हें वर्ष 2014 में भारतीय युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें गिद्दरबहा सीट से दोबारा जीत हासिल हुई। वर्ष 2019 में उन्हें पार्टी ने बठिंडा से लोकसभा चुनाव भी लड़वाया जिसपर हरसिमरत कौर बादल को जीत हासिल हुई। अपने क्षेत्र में विकास के लिए उनके कार्य बेहद सराहनीय और लोकप्रिय रहे हैं। उन्हें एक बेबाक वक्ता माना जाता है और जरूरत पड़ने पर वे अपनी ही सरकार की निंदा करने से भी नहीं चूकते। वे सोशल मीडिया पर भी खासे वोकल हैं।
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता , विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंड पर किये गये सर्वे में गिद्दरबहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चर्चित कैटगरी में प्रमुख स्थान प्राप्त हुआ है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे और विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।