जनसेवा की मिसाल कायम करते मृणाल सैकिया
असम के चंद जिम्मेदार और जनसेवा से जुड़े विधायकों की चर्चा हो तो उनमें खुमताई के भाजपा विधायक मृणाल सैकिया का नाम शायद सबसे ऊपर रखा जाये। हाल ही में आयी बाढ़ के दौरान उन्होंने नौकाओं से घूम-घूम कर अपने क्षेत्रवासियों की जिस तरह मदद की वो एक मिसाल है।
मृणाल सैकिया का जन्म 28 जुलाई, 1966 को असम के गोलाघाट में एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय गंगाधर सैकिया शिक्षक थे, बाद में किसान के तौर पर असम के छोटे चाय उत्पादकों के बीच उनकी पहचान एक पायनियर की बनी, माता का नाम खगेश्वरी सैकिया है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गोलाघाट में हुई और वे कॉलेज स्तर की पढ़ाई के लिए गौहाटी विश्वविद्यालय पहुँचे जहां से उन्होंने अंग्रेजी में एमए की डिग्री हासिल की। समाज में फैली अव्यवस्था उन्हें हमेशा विचलित करती रहती है, और उन्होंने अपना कैरियर एक पीआईएल ऐक्टिविस्ट के तौर पर शुरू किया। उन्होंने असम के कई मुद्दों पर जनहित याचिकाएं दाखिल कीं जिनमें काजीरंगा उद्यान में गैंडों के अवैध शिकार और नागौन में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के मामले प्रमुख हैं। मई 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की।
मृणाल सैकिया को असम के फायर ब्रांड नेताओं में से माना जाता है। नागरिकता कानून को लेकर हुए आंदोलन के दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से कहा था, "विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के हर हमले का जवाब दो। अगर वे हमारे एक शख्स को छूते हैं तो हमें उनके दस लोगों को निशाना बनाना है। अगर वे आपका घर जलाने आएं तो आप उनका घर जला दीजिए।" उनके इस बयान पर खासा बवाल मचा था, लेकिन वे इसपर कायम रहे। उनके मानवीय चेहरे की भी मीडिया और सोशल मीडिया में खासी चर्चा है। हाल ही में आये बाढ़ के दौरान उनका एक वीडियो खासा वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कमर तक पानी में जाकर एक परिवार को फट्ठे पर बिठाकर बचाया और सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया। जब उनसे संवाददाताओं ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इससे बाढ़ राहत में लगे उनके हजारों समर्थकों को हौसला मिलता है और वे दोगुने उत्साह से कार्य करते हैं। सैकिया ने अपने क्षेत्र के गांवों के हजारों मवेशियों को भी बाढ़ से बचाया है। पिछले साल भी बाढ़ राहत के दौरान उनके मोबाइल-किचेन यानी नाव पर भोजन बांटने के अभियान ने सुर्खियां बटोरी थी।
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व , छवि , जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता , विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंड पर किये गये सर्वे में मृणाल सैकिया को अग्रदूत कैटगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय , विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे और विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।