बेहतरीन समझ और कार्य कुशलता की पहचान पाने वाले ब्यूरोक्रेट है संदीप कुमार सुल्तानिया

बेहतरीन समझ और कार्य कुशलता की पहचान पाने वाले ब्यूरोक्रेट है संदीप कुमार सुल्तानिया

बेहतरीन समझ और कार्य कुशलता की पहचान पाने वाले ब्यूरोक्रेट है संदीप कुमार सुल्तानिया

तेलंगाना कैडर के आईएएएस संदीप कुमार सुल्तानिया को  तेज-तर्रार व ऊर्जावान अधिकारियों में से माना जाता है। वे राज्य के मु्ख्यमंत्री के सचिव हैं और कई विभागों में सेक्रेटरी भी। वे प्रदेश की प्रतिष्ठित पीवी नरसिंहाराव वेटनरी युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी हैं। 20 नवंबर 1971 को बिहार में पैदा हुए संदीप कुमार सुलतानिया एक मेधावी छात्र रहे हैं और उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी के अलावे कॉस्ट अकाउंटेंसी व कंपनी सेक्रेटरीशिप भी कर रखी है।1998 बैच में आईएएस में चुने जाने के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर मिला तो उन्होंने सबसे पहले तेलुगू सीखी। आज वे फर्राटेदार तेलुगू बोलते हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश में चित्तूर के ऐडिशनल कलेक्टर के तौर पर प्रशासन की शुरुआत की। इसके बाद करीमनगर, निजामाबाद, विशाखापट्टनम आदि जिलों में प्रशासन से जुड़े रहने के बाद वे वर्ष 2007 में आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्र्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एक्जीक्युटिव डायरेक्टर बनाये गये। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिये कई गंभीर प्रयास किये। वर्ष 2008 में करीमनगर के जिलाधिकारी बने और फिर वर्ष 2010 में प्रदेश पर्यटन विकास कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष व मैनेजिंग डायरेक्टर का पद मिला। उनके कार्यकाल में आंध्र-प्रदेश ने खुद को देश के टूरिज्म मैप पर 'गेटवे ऑफ साउथ' के तौर पर स्थापित किया। प्रदेश विभाजन के बाद संदीप कुमार सुल्तानिया ने तेलंगाना कैडर चुना और करीब दो वर्षों तक तेलंगाना के ट्रांस्पोर्ट कमिश्नर रहे। इस दौरान वे अपने सुधारात्मक उपायों, खासकर एम वैलेट के कारण काफी चर्चित रहे। इस ऐप्प पर लांच होने के दिन ही करीब 70 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया और महीने भर में ये आंकड़ा 10 लाख पर था। नवंबर 2016 में वे वित्त सचिव बनाये गये।  मार्च 2018 में संदीप कुमार सुल्तानिया की क्षमताओं और दूरदर्शिता को देखते हुए मुख्यमंत्री के सचिव पद पर नियुक्त किया गया। वे सभी विभागों के समन्वयन और सुशासन के अनुभवी अधिकारी हैं। तेलंगाना के विकास के लिये केंद्र से सहयोग रखने और मुख्यमंत्री की गरिमा बनाये रखने की चुनौती है।