पारिवारिक प्रतिष्ठा का संघर्ष जीतने वाली अंबा प्रसाद
जीतने का जुनून और मंजिल पा लेने के जज्बे के साथ जब परिवार की सुरक्षा की बात भी जुड़ जाती है तो कोई भी साधारण युवती अंबा प्रसाद बन जाती है। झारखंड के हजारीबाग के बड़कागांव विधानसभा सीट पर 2019 में जीतने वाली उम्मीवार अंबा प्रसाद ने सबसे कम उम्र की विधायक बनने का इतिहास रचा है।
पेहरा, हजारीबाग में एक राजनीतिक परिवार में जन्मी अंबा के पिता योगेंद्र साव और मां दोनों विधायक रह चुके हैं। उन्होंने हजारीबाग के कार्मेल स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की है। उसके बाद 12 वीं की पढ़ाई उन्होंने डीएवी स्कूल, हजारीबाग से पूरी की। 2009-12 में बीआईटी से एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद संत जेवियर्स कॉलेज, रांची से 2012-14 में पीजीडीएम (एचआर) की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली चली गयीं। इसी बीच विभिन्न मुकदमों के तहत उनके माता-पिता दोनों को जेल भेज दिया गया। वे हजारीबाग लौट आयीं और हजारीबाग कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर माता -पिता पर दर्ज मुकदमों को उन्होंने खुद देखना शुरू कर दिया।
अंबा प्रसाद के माता-पिता और भाई तीनों पर कफन सत्याग्रह आदि के केस चल रहे हैं। अंबा प्रसाद ने काफी संघर्ष के बाद भाई को जेल से छुड़ा लिया, लेकिन माता-पिता को राज्य बदर कर दिया गया है। वे राजनीति में उतरीं ताकि अपने परिवार के अधिकारों की सुरक्षा के लिए लड़ सकें, लेकिन लड़ते-लड़ते कब आम लोगों के दर्द से सरोकार हो गया यह उनको भी पता नहीं चला। चुनाव जीत कर उन्होंने अपने माता-पिता की राजनीतिक विरासत को बचा लिया है। एक ही विधानसभा क्षेत्र से पिता और मां की जीत के बाद बेटी अंबा प्रसाद ने जीत को बरकरार रखते हुए अपने मां-बाप की बहादुर और सफल बेटी होने का फर्ज निभाते हुए कांग्रेस को जीत की हैट्रिक का तोहफा दिया। अब वह बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में माता -पिता के अधूरे कार्यों को पूरा कर रही हैं।
अंबा प्रसाद मानती है कि राजनीति में आकर ज्यादा से ज्यादा लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। झारखंड के लोगों को मूलभूत सुविधाएं दिलवाने और सरकार की योजनाओं को राज्य में लागू करने को लेकर वह काफी प्रयास कर रही हैं। पिछले पांच वर्षों से वे क्षेत्र में सक्रिय रहीं हैं। अब बड़कागांव में जल-जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ रही हैं.
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में हिस्सा, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंडों पर किये गये सर्वे में अंबा प्रसाद को आइकॉन कैटगरी में प्रमुख स्थान पर पाया गया है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे तथा विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।