जरूरतमंदों की सेवा ही है प्रशासनिक सेवा का मकसद सुब्रत साहू
आईएएस सुब्रत साहू छत्तीसगढ़ में समुचित विकास के लिए योजना बनाने और उसे लागू करने में अहम भूमिका के लिए जाने जाते हैं । उनकी सोच में जनता की सुख-सविधा समाहित हैं। वे जिस राज्य से आते हैं वहां गरीबी चरम पर रही हैं ऐसे में वे हर संभव जरुरतमंदों की मदद करने की इच्छा रखते हैं और प्रशासनिक सेवा को इसी ध्येय से उन्होंने चुना हैं। सुब्रत साहू का जन्म ओडिशा मे 5 जुलाई 1967 को हुआ। उन्होंने राजनीति शास्त्र में प्रथम श्रेणी में पोस्ट ग्रेजुएशन की। साल 1992 में प्रशासनिक सेवा में सुब्रत साहू को सफलता मिली। जून 1999 में पहली बार जिला धमतरी के कलक्टर बनाए गए। अगले साल सरगुजा के कलक्टर बनाए गए । प्रशासनिक सुधार की वजह से उनको नई पहचान मिली। सुब्रत साहू को इसके बाद मैनेजिंग डायरेक्टर सिविल सप्लाइज बनाए गए ।
1992 बैच आईएएस सुब्रत साहू छत्तीसगढ़ में कई अहम पदों पर रहते हुए राज्य की विकास के लिए सरकार की नीतियों को आगे बढ़ाने में जबरदस्त प्रतिबद्धता दिखाई हैं। वे जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में डिप्टी सेक्रेटरी,वन विभाग में डिप्टी सेक्रेटरी, फूड, सिविल सप्लाइज एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट में रजिस्ट्रार और फिर डायरेक्टर बनाए गए। सुब्रत साहू ने 2005-06 में जनजातीय,एसटी और ओबीसी वेलफयेर डिपार्टमेंट में स्पेशल डायरेक्टर के पद पर भी सराहनीय कार्य किया। प्रशासनिक अधिकारी सुब्रत साहू छत्तीसगढ़ में स्पोर्ट्स एंड यूथ वेलफेयर डिपार्टमेंट के ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाए गए। इस दौरान उन्होंने युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित किया। इसके बाद वे टूरिज्म डिपार्टमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर भी रहे । जनवरी 2012 से जून 2014 के बीच राज्य में कई विभागों को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी मिली। इसमें महिला और बालविकास, सोशल वेलफेयर और विलासपुर डिविजन का कमिश्नर अहम हैं। इसके बाद उन्हें स्कूल एडुकेशन डिपार्टमेंट का ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाया गया । वे सेकंडरी एडुकेशन डिपार्टमेंट में चेयरमनै के पद भी रहे । साहू कुछ दिनों के लिए छत्तीसगढ़ हेल्थ डिपार्टमेंट में सचिव रहे। वे छत्तीसगढ़ पार्लियामेंट्री अफयेर के प्रधान सचिव और प्रधान सचिव हले्थ भी रह चुके हैं। साहू निर्वाचन आयोग में मुख्य निर्वाचन आयक्तु के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ के लिए विकास की योजना बनाने, नीतियों को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एसीएस भी नियक्तु किया गया था। फिलहाल वे मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह विभाग छत्तीसगढ़ में अपर सचिव के पद पर हैं।