विशिष्ट - स्वच्छता और स्वास्थ्य क्षेत्र में विशिष्ट कार्यशैली का प्रर्दशन किया है निधि खरे ने
विशिष्ट - स्वच्छता और स्वास्थ्य क्षेत्र में विशिष्ट कार्यशैली का प्रर्दशन किया है निधि खरे ने
झारखंड कैडर की 1992 बैच की निधि खड़े को उनकी उत्कृष्ट कार्यशैली और दूरदर्शिता के साथ ही बेहद ईमानदार ब्यूरोक्रेट के तौर पर जाना जाता है । मूल रूप से जम्मू-कश्मीर निवासी निधि खड़े वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है और पर्यावरण और वन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के तौर पर पदस्थापित है ।
ये बायो केमिस्ट्री में टाप रेंकिंग से पोस्ट ग्रेजुएट हैं , साथ ही इन्होने न्यूयॉर्क से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमपीए की डिग्री ग्रेड ए से प्राप्त की है । 1992 में यूपीएससी में पास करने के बाद इन्हें बिहार कैडर मिला , डिपार्टमेंटल ट्रेनिंग के बाद अविभाजित बिहार के पूर्वी सिंहभूम जिले में बतौर डीडीसी पदस्थापित हुई । जिलाधिकारी के तौर पर पहली पोस्टिंग मधुबनी जिले में हुई और वहां की मशहूर पेंटिंग के कलाकारों के कल्याण और जिले में किए गए अन्य कई बड़े विकास कार्यों के लिए वहां के लोग इन्हें आज भी याद करते हैं ।
राज्य के बंटवारे के बाद इन्हें
झारखंड कैडर मिला और वर्ष 2001 से 2008 के बीच उन्हे दुमका, पूर्वी सिंहभूम की जिलाधिकारी , श्रम आयुक्त , पर्यटन विभाग की अपर सचिव , झारखंड शिक्षा परियोजना की राज्य परियोजना निदेशक, उपाध्यक्ष - नगर विकास विभाग और स्वास्थय एंव महिला विकास की विशेष सचिव बनाया गया। जहां इन्होने लगातार शानदार गवर्नेंस और कार्य कुशलता से अपनी बेहतर छवि बनाई।
2008 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से पहले वे रांची की डिविजनल कमिश्नर थी । केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का वह कार्यकाल सात साल का था , जिसमें उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों में संयुक्त सचिव , सलाहकार और निदेशक के पद पर रही ।
इन्होने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट , अहमदाबाद से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंसिंग और डॉ रघुनंदन सिंह टोलिए उत्तराखंड एकेडमी ऑफ ऐडमिस्ट्रेशन से कम्यूनिटी मोब्लाइजेशन एंड पार्टिसिपेटरि मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भी ली है । 2008 में झारखंड लौटने पर उन्हें वाणिज्य कर आयुक्त बनाया गया और फिर कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राज्यभाषा विभाग की प्रधान सचिव और सरकार की प्रवक्ता के पद पर पदस्थापित किया गया। सभी पदों पर पदस्थापना के साथ ही इन्होने सकारात्मक प्रयास शुरू किए । दो वर्ष बाद उन्हें स्वास्थय विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया । स्वास्थय के क्षेत्र में महज साढ़े सात महीने के इनके छोटे से कार्यकाल को ल़ोगो ने बेहतर बताया , राज्य में साफ सफाई , आयुष्मान भारत योजना , रिम्स के अपग्रेडेशन और अन्य स्वास्थय सुविधा को लेकर इन्होने बहुत से बड़े कदम उठाए । अक्टूबर 2018 में इन्हे पुनः केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पांच साल के लिए भेजा गया , जहां पहले उन्हे गृहमंत्रालय और फिर पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाया गया । निधि खड़े की खासियत इमानदार , उत्कृष्ट कार्यशैली के साथ शानदार गवर्नेंस की भी रही है ।