सुशासन और विकास के अग्रदूत है संजय प्रसाद

सुशासन और विकास के अग्रदूत है संजय प्रसाद

संजय प्रसाद गंभीर समर्पित आईएएस अधिकारी हैं। इनकी पहचान ईमानदार और मेहनती प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर होती हैं । ये विकास परख सोच के लिए जाने जाते हैं। 1995 बैच के आईएएस संजय प्रसाद नई जिम्मेदारी को चुनौती के तौर पर लेते हैं और समय सीमा के अंदर पूरा करने में विश्वास रखते हैं। संजय प्रसाद का जन्म 23 मई 1971 को बिहार में हुआ। संजय प्रसाद की शुरुआती शिक्षा बिहार में हुई। उन्होंने ज्योग्राफी में प्रथम श्रेणी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। सिविल सर्विस की परीक्षा में 1995  बैच में सफलता मिली । उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला । 

ट्रेनिंग के  बाद आईएएस संजय कुमार की पहली पोस्टिंग बतौर असिस्टेंट कलक्टर मुजफ्फरनगर हई । फिर वे जॉइंट मजिस्ट्रेट रानीखेट बनाए गए। ये सिलसिला आगे बढ़ा उनको गोरखपुर का चीफ डेवलमटें ऑफिसर बनाया गया । इसके बाद वे  गोरखपुर विकास प्राधिकरणमें अंडर सेक्रेटरी के पद पर तनैात किए गए । दो साल इस पद पर रहते हुए गोरखपुर में विकास की नई परिभाषा लिखी। 2004 में संजय प्रसाद पहली बार फैजाबाद के कलक्टर और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनाए गए । इसके बाद वे  स्पेशल सेक्रेटरी शिक्षा विभाग बनाए गए । प्रशासनिक अधिकारी संजय प्रसाद मार्च 2005 में आगरा के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनाए गए । सितंबर 2007 तक इस पद पर रहे  और आगरा में लोगों की प्रशासनिक शिकायतों को समय पर निपटाने पर जोर दिया। फिर वे  गाजीपुर  में कलक्टर के पद पर रह। प्रे यागराज के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रहे । इसके बाद संजय प्रसाद तकनीकी शिक्षा के उत्तर प्रदश के स्पेशल डायरेक्टर नियक्तु किए गए। इस पद पर रहते हुए उन्होंने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त सुधार किया। वे  राज्य  में इंडस्ट्री एंड पब्लिक इंटरप्राइजज के सचिव नियक्तु किए गए और उत्तर प्रदेश के औधोगिक  विकास में अतुलनीय योगदान दिया। इसके बाद वे फैजाबाद के डिविजनल कमिश्नर बने। इसके बाद संजय प्रसाद कई अहम पदों पर रहे । वे उत्तर प्रदेश होम डिपार्टमेंट  और हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट  के सचिव के पद पर भी रहे । उन्होंने यूपी में इंटवस्टर समिट का सफल आयोजन किया। राज्य में निवशकों को लाने के लिए लगातार काम किया। एमडी ऊर्जा उत्पादन रहते हुए संजय प्रसाद ने कई अहम कार्य किए। बिजली उत्पादन और नई यूनिट को बेहतर  किया।  यूपी हाईव  अथॉरिटी में उत्कृष्ट काम किया, वे  राज्य में जलविद्युत निगम के डारेक्टर के पद पर रहे । 1995 बैच के आईएएस संजय प्रसाद की प्रतिनियुक्ति केंद्र में हुई। वे  केंद्र  मे साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय  में ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर रहे  । इसके बाद वे  रक्षा मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी डिफेंस प्रोडक्शन बनाए गए । करीब साढ़े तीन साल तक केंद्र में रहे इसके 2019 में फिर होम कैडर यानी यूपी में वापसी हुई। वे  राज्य में सचिव इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल डेवलपमेन्ट  बनाए गए। संजय प्रसाद को ईमानदारी को तोहफा मिला। लहाल वे  सीएम के प्रमुख सचिव हैं। कोरोना के प्रकोप के दौरान शासन की तरफ से जनता को पहुंचाई जा रही मदद आम लोगों तक ठीक तरीके से पहुंचे  इसकी  जिम्मेदारी उन पर हैं ।