महिला सुरक्षा को जीवन का लक्ष्य बना लिया है योगिता भयाना

महिला सुरक्षा को जीवन का लक्ष्य बना लिया है योगिता भयाना

महिला सुरक्षा को जीवन का लक्ष्य बना लिया है योगिता भयाना

ज्यादातर लोग अपने लिए पर कुछ खास लोग दुसरों के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं , योगिता भयाना उनमें से एक है । योगीता एक जानी मानी हास्पिटलिटी प्रोफेशनल रहीं है , लेकिन जिन्होंने समाज सुधार के कार्य के लिए अपनी हाईप्रोफाइल जिंदगी छोड़ दी। वे डिजास्टर मैनेजमेंट में पीजी है और पिछले 13 वर्षों से समाजिक विकास , महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता कार्य कर रही है ।  दिल्ली ही नहीं देश भर के दिल को दहला देने वाली निर्भया गैंग रेप की विभस्त घटना ने इनके मन मस्तिष्क पर बड़ा प्रभाव छोड़ा और उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया ‌। वे एक ओर निर्भया के गुनाहगारों के विरुद्ध निर्भया के परिवार और रेप पीड़ित परिवारो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है , वहीं देश भर में महिला सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने में उन्होंने दिन रात एक कर दिया है। योगिता भयाना ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से सितंबर 2007 में उत्थान नाम से कार्यक्रम शुरु किया , जिसमें महिलाओं खास कर अकेली , तालाकशुदा और विधवा महिलाओं को मजबूत करने के लिए हर संभव मदद किया जाता है । उन्होंने सितंबर 2009 में युथ के नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया , जिसका मकसद युवा इंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना है । योगिता और उनकी टीम ने कई आपदा और विभिषिका प्रभावित क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य किया है । दिल्ली बम ब्लास्ट और लद्दाख में बाढ़  के समय इनके बचाव और पुनर्वास के प्रयास को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली । उन्होने दिल्ली के अलावा कई राज्यों से लापता लड़के लड़कियों को भिखारी गैंग और सेक्स रैकेट से रेस्क्यू कर बचाया है और उन्हे परिवार से मिलने में महत्ती भूमिका निभाई है ।   उन्होंने 2014 में "निर्भया वाक" का आयोजन किया था । वे महिला और बाल यौन शोषण के पीड़ितों और उनके परिवार को हर संभव सहायता कर रहीं हैं । वे उन्हें  चिकित्सकीय सहायता,  पुलिस कोर्डिनेशन , ज्युडिशियल ट्राइल , आर्थिक सहायता के अलावा काउंसिलिंग भी करती है ।उन्होंने पीड़ित परिवारों का एक ग्रुप बनाया है , जहां वे अपने दर्द आपस में बांट सकें और एक दुसरे को इन मुसीबतों से निकलने का ढाढस और हिम्मत दें । वे विभिन्न संस्थाओं जैसे नेशनल वीमेन काउंसिल, पूर्व उपाध्यक्ष,उत्तराखंड राज्य  महिला सशक्तिकरण परिषद, उत्तराखंड सरकार, दिल्ली सरकार के रोगी कल्याण समिति , दिल्ली विधिक सेवा के यौन शोषण बोर्ड की सदस्य रहीं हैं। योगिता भयाना देश भर में महिला सुरक्षा के लिए "परी' ( पीपल अगेंस्ट रेप्स इन इंडिया ) नाम की एक बड़ी मुहिम चला रही है । यह रेप विक्टिम के लिए देश की सोच बदलने का मजबूत प्रयास माना जा रहा हैं । फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट सर्वे के 25 सशक्त महिलाएं 2020 की सूची में योगिता भयाना "प्रेरक" कैटगरी में प्रमुख स्थान पर है ।