हौसलों की ऊँची उड़ान उड़ते हैं आईएएस अधिकारी प्रदीप कुमार अग्रवाल
इंफोसिस में इंजीनियर रह चुके हैं प्रदीप
कहते हैं हौसलों से ही उड़ान होती है, और इसी हौसले के साथ उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव किरौली के प्रदीप इंफोसिस की नौकरी को त्याग, पारदर्शिता से जनकल्याणकारी परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य लेकर प्रशासनिक सेवा में उतर गये। 2006 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस प्रदीप कुमार अग्रवाल बुलंद हौसला रखने वाले प्रशासनिक अधिकारी हैं। वे जहां भी रहे लोग उनकी दूरदर्शिता और ठोस कदम उठाने के जज्बे स खासे प्रभावित रहे।
प्रदीप कुमार अग्रवाल का जन्म 21 नवंबर 1979 को आगरा के किरौली में हुआ। गांधी समरला किसान इंटर कॉलेज किरौली, आगरा से स्कूलिंग करने के बाद प्रदीप अग्रवाल का चयन आईआईटी कानपुर के लिए हुआ| वहाँ से उन्होंने मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग करने के बाद बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर उन्होंने देश की सबसे प्रसिद्ध कंपनी इंफोसिस ज्वाइन की। दो साल वहाँ कार्यरत रहने के बाद प्रदीप कुमार अग्रवाल ने प्रशासनिक सेवा में आने का मन बनाया और यूपीएससी की परीक्षा पास कर 2006 बैच के पंजाब कैडर में आईएएस बने।
प्रदीप कुमार अग्रवाल की पहली पोस्टिंग असिस्टेंट कमिश्नर होशियारपुर और फिर अगली नियुक्ति 2008 में संगरूर के एडीएम के पद पर हुई। 2009 अक्टूबर तक उन्होंने संगरूर, फाजिल्का और बलाचौर भूराजस्व के क्षेत्र में काफी काम किया। इसके बाद उन्हें लुधियाना का एडिशनल डिप्टी कमिश्नर बनाया गया, जहाँ उन्हें भूराजस्व के साथ नगर निगम और शहरी विकास डिपार्टमेंट की भी जिम्मेदारी समय-समय पर दी गयी। इस दौरान उन्होंने लुधियाना नगर निगम को बदहाली से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
वहाँ के बाद वे रोपड़ जिले के डिप्टी कमिश्नर बनाये गये, जहाँ उन्होंने उत्कृष्ट कार्यशैली का प्रदर्शन करते हुए जिले के विकास के लिए निर्भिकता से बड़े निर्णय लिये। मिड डे मील का बेहतर डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम डेवलप कर धांधली करने वालों पर नकेल कसी। पहली बार जिले में ब्लड बैंक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया। उन्होंने रोपड़ जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में भी अच्छा कार्य किया।
प्रदीप कुमार अग्रवाल को पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले गुरुदासपुर का डिप्टी कमिश्नर बनाया गया। इस दौरान वोटर्स जागरूक के लिए इनके द्वारा चलाये गये एक अहम अभियान की जमकर तारीफ हुई। वर्ष 2017 में प्रदीप अग्रवाल को लुधियाना का उपायुक्त बनाया गया। जहाँ उन्होंने लुधियाना प्रशासन को दुरुस्त करने के साथ ही जिले में कृषि, उद्योग, स्वच्छता, जल संरक्षण सहित विकास के कई अहम कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया। उनकी अगुआई में लुधियाना को कृषि में देश के सर्वश्रेष्ठ जिले और उद्योगों में राज्य के सर्वश्रेष्ठ जिले का अवार्ड मिला, वहीं जल संरक्षण के क्षेत्र में भी ये पूरे उत्तर भारत में तीसरे स्थान पर रहा। वर्ष 2019 में प्रदीप कुमार अग्रवाल को बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए बेस्ट डीईओ का अवार्ड भी मिल चुका है।
प्रदीप कुमार अग्रवाल के कोरोना संकट में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी और जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के कार्यों को बेहद सराहना मिली। बहरहाल, तीन वर्षों से लुधियाना जिले को नित नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने के बाद प्रदीप कुमार अग्रवाल को इसी महीने जून 2020 में ट्रांसफर कर चीफ एडमिनिस्ट्रेटर ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट के साथ डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग का एडिशनल जिम्मा दिया गया है ।
फेम इंडिया और एशिया पोस्ट द्वारा शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि दस मानदंडों पर किये गए सर्वे में लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर रहे प्रदीप कुमार अग्रवाल "हौसलामंद" श्रेणी में प्रमुख स्थान पर हैं।