अपने कार्यों के प्रति डेडिकेटेड और सतर्क अधिकारी हैं प्रीति सूदन
इनके कार्यशैली और क्षमता को देख कर इनकी सर्विस में विशेष एक्सटेंशन मिला है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन कोरोना काल में सुर्खियों में हैं। वे कोरोना की रोकथाम को लेकर केंद्र की कोशिशों को देश के हर राज्य के साथ लगातार समन्वय बनाने का काम कर रही हैं। आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की आईएएस ऑफिसर प्रीति सूदन को 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होना था। कार्मिक मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने प्रीति सूदन को 30 अप्रैल, 2020 के बाद तीन महीने या अगले आदेश तक एक्सटेंशन की मंजूरी दे दी। वे इस दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण का कार्य करती रहेंगी।
प्रीति सूदन मूल रूप से हरियाणा की हैं और इकोनॉमिक्स में पीएचडी हैं। प्रशासनिक अनुभव और करियर बेजोड़ होने के साथ-साथ कुछ बेहतर करने का जज्बा काबिले तारीफ है। आईएएस प्रीति सूदन आंध्र प्रदेश में रेवेन्यू और डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग में काम कर चुकी हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री में सेक्रेटरी बनाये जाने से पहले वे रक्षा मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी और स्पेशल सेक्रेटरी, वूमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट और कंज्यूमर अफेयर्स एंड फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन जैसे विभागों की सेक्रेटरी रह चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने अपने प्रशासनिक कौशल से खास पहचान बनायी और इसी के बाद 2019 में उन्हें हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर और हेल्थ रिसर्च डिपार्टमेंट का सेक्रेटरी बनाया गया।
चाहे विभागीय हो या सामाजिक, प्रीति सूदन किसी भी कार्य को एक मिशन के तौर पर पूरा करने का प्रयास करती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम हेल्थ प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना की प्लानिंग और क्रियान्वयन की वो अहम हिस्सा रही हैं। उन्होंने इस स्कीम के दायरे में आने की प्रक्रिया को सरल बनाने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभायी जिससे लाभार्थियों को चुनने में आसानी हो।
कोरोना के दौरान दिल्ली और मुंबई में प्रवासी मजदूरों की भीड़ को लेकर उन्होंने सख्त निर्देश दिये ताकि कही कोई अफरा-तफरी और अफवाह ना फैले। जब लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई तो उन्होंने मजदूरों को भोजन और आश्रय देने के लिए सभी राज्यों को खत लिखा और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने को कहा। उनका मंत्रालय वर्तमान कोरोना वायरस चुनौती से लड़ने के लिए नोडल एजेंसी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय या केंद्रीय मंत्री के कार्यालय से आये किसी भी सवाल के लिए वह संपर्क की पहला बिंदु हैं।
हेल्थ सेक्रेटरी प्रीति सूदन हंसमुख और अनुशासन प्रिय ऑफिसर हैं। किसी भी काम के प्रति प्रीति का डेडिकेशन यह है कि उन्हें आम-तौर पर देर रात निर्माण भवन के अपने कार्यालय से बाहर निकलते देखा जाता है। बिजनेस वर्ल्ड पत्रिका ने भी उन्हें भारत की सर्वाधिक प्रभावशाली महिलाओं की सूची में जगह दी थी। उन्होंने पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट में वाशिंगटन से पढ़ाई की है। वो वर्ल्ड बैंक में भी कंसल्टेंट की भूमिका निभा चुकी हैं। फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में वे 30वें स्थान पर हैं।