ज्वाइंट सेक्रेट्री स्तर की सक्रिय व उपयोगी अधिकारियों में से हैं ऋचा बागला

ज्वाइंट सेक्रेट्री स्तर की सक्रिय व उपयोगी अधिकारियों में से हैं ऋचा बागला

ज्वाइंट सेक्रेट्री स्तर की सक्रिय व उपयोगी अधिकारियों में से हैं ऋचा बागला

ऋचा बागला को ज्वाइंट सेक्रेट्री स्तर की सक्रिय व उपयोगी अधिकारियों में से माना जाता है। वे विकास संबंधी कई क्षेत्रों में कार्यरत रही हैं जिनमें सामाजिक व आर्थिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना, विकास, सफल प्रशासन और मूल्यांकन की योजनाएं तैयार करना और उन्हें कार्यरूप देना आदि शामिल हैं। उन्हे मानव संसाधन प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, ग्रामीण व शहरी सुविधाओं के प्रबंधन का बेहतर अनुभव है।

 

दिल्ली में पली-बढ़ी ऋचा बागला ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से जूलॉजी में बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की। इन्हे 1999 बैच में आईएएस की परीक्षा पास करने के बाद महाराष्ट्र कैडर मिला। उन्होंने बाबासाहेब आंबेदकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान से विश्व व्यापार में सर्टिफिकेट अर्जित किया। वे आईआईएम बैंगलोर से पीपीपी के व ड्यूक विश्वविद्यालय, कैरोलिना-अमेरिका से लोक नीति के सर्टिफिकेट भी हासिल कर चुकी हैं। ऋचा सुशिक्षित और सुप्रशिक्षित अधिकारी के तौर पर जानी जाती है।

 

महाराष्ट्र सरकार में उनकी पहचान एक कार्यकुशल और मिलनसार अधिकारी की लही है। शुरुआती दौर में प्रशिक्षण और प्रोबेशन के बाद उन्होंने प्रदेश के कई जिलों व सार्वजनिक प्रतिष्ठानों की कमान संभाली जिनमें वर्ष 2004 में जिला परिषद, सांगली की सीईओ एक महत्वपूर्म मुकाम रहा। वहां उन्होंने शहरी व ग्रामीण इलाकों में शिक्षा, स्वच्छता, जल प्रबंधन, स्वास्थ्य, कृषि विकास आदि में अपने शानदार गवर्नेंस की छाप छोड़ी। वर्ष 2004 में वे औरंगाबाद डिवीजन सेल्स टैक्स की ज्वाइंट कमिश्नर बनीं। यहां उन्होंने आठ जिलों में लगभग एक लाख करदाताओं से पारदर्शी व सुविधाजनक तरीके से वैट वसूलने में सफलता हासिल की। वर्ष 2007 में वे औरंगाबाद की एडिश्नल कलेक्टर बनीं और वर्ष 2009 से 2011 तक अमरावती की जिलाधिकारी रहीं।

तकरीबन एक साल स्टडी लीव पर रहने के बाद सितंबर 2012 में ऋचा बागला एडिशनल कमिशनर और विदर्भ स्थायी विकास बोर्ड की मेंबर सेक्रेटरी बनायी गयीं। जून 2013 में उन्हें महाराष्ट्र का टेक्सटाइल निदेशक बनाया गया। वे इस पद पर मई 2016 तक रहीं और प्रदेश में हथकरघा, पॉवरलूम्स और वस्त्र उत्पादकों के कोऑपरेटिव को बढ़ावा दिया। इसके बाद उन्हें प्रदेश सरकार के खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड का सीईओ बनाया गया।

मार्च 2018 में ऋचा बागला को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार के एटॉमिक एनर्जी मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाया गया। वे हेवी वॉटर बोर्ड और अन्य कई विभागों की देखरेख कर रहीं हैं। ऋचा बागला होनहार और काबिल आफिसर है ।