पर्यटन को नई दिशा देते हैं अरविन्द सिंह
पर्यटन सचिव अरविंद सिंह नई सोच को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। दूरदर्शी और ईमानदार प्रशासनिक अधिकारी अरविंद सिंह पर्यटन के पुनरुद्धार की दिशा में काम कर रहे हैं । साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में अपनीनौकरी खो चुके लोगों को भी मुख्यधारा में लाने की कोशिश में जुटे हैं। आईएएस अरविंद सिंह का जन्म 14 मई 1963 को बिहार में हुआ। वे 1988 बैच के महाराष्ट्र कैडर के प्रशासनिक अधिकारी हैं । उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में प्रथम श्रेणी में स्नातक किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।
प्रशासनिक सेवा में 25 अगस्त 1988 में ज्वाइन करने के बाद पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बतौर असिस्टेंट कलक्टर हुई। 1994 में वेनागपुर में विदर्भ वैधानिक विकास बोर्ड के मेंबर सेक्रेटरी बनाए गए। अरविंद सिंह पहली बार 1998 में कोल्हापुर जिले के कलक्टर बनाए गए । इन्होंने तीन साल तक कोल्हापुर जिलेमें रहते हुए विकास के साथ-साथ प्रशासनिक और राजस्व के क्षेत्रमें उत्कृष्ट कामकिया। उनकी काबिलियत को दखे ते हुए केंद्र में प्रतिनियुक्ति की गई। केंद्र में कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्रीमें डिप्टी सेक्रेटरी का प्रभार मिला। फिर अरविंद सिंह को मिनिस्ट्री ऑफशिपिंग में प्राइवेट सेक्रेटरी की जिम्मेदारी सौंपी गई । प्रशासनिक सेवा में उनके कार्य कौशल को दखेते हुए केमिकल एंड फर्टिलाइजर मिनिस्ट्रीमें डायरेक्टर बनाया गया। इसके बाद उन्हें कंज्यूमर अफेयर्स और कृषि मंत्रालय में प्राइवेट सेक्रेटरी के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 2009 से 2014 तक अरविंद सिंह स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कारपोरशेन लिमिटेड मुंबई सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर रहे । इस प्रशासनिक अवधि में उन्होंने बिजली से जुडी अनियमितता और खामियों को कम करने में सराहनीय काम किया। साल 2014 के जनवरी महीनेमें अरविंद सिंह का ट्रांसफर जापान के भारतीय दूतावास में वित्त मामलों की देख रेख के लिए बतौर ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर किया। जहां वे 2017 तक रहे । फिर वे महाराष्ट्र में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और प्रिंसिपल सेक्रेटरी एनर्जी डिपारटमेंट महाराष्ट्र बनाए गए। नवंबर 2019 में सीनियर आईएएस अधिकारी अरविंद सिंह को केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का चेयरमनै व एडिशनल सेक्रेटरी बनाया। अप्रैल 2020 में उन्हें एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का चेयरमनै बनाया गया।इस दौरान उन पर दश की सौ से ज्यादा एयरपोर्ट की जिम्मेदारी थी। मंदी और कोरोना काल में उन्होंने अपने प्रशासनिक कौशल और सूझबूझ से एयरपोर्ट अथॉरिटी को संकट से उबारने में अहम किरदार निभाया। जनवरी 2001 में उन्हें टूरिज्म मंत्रालय में सचिव का पदभार संभाला। भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री भी कोरोना काल में प्रभावित हुआ हैं । भारत की जीडीपी में भी पर्यटन उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान हैं। लेकिनपिछलेवित्त वर्षमें 22 फीसदी कम पर्यटक का आवक रहा। ऐसे में पर्यटन सचिव पर बड़ीजिम्मेदारी हैं। सचिव अरविंद सिंह पर्यटकों के लुभाने के लिए पर्यटन मंत्रालय के विशेष नीतियों पर काम कर रह हैं ।